17 नवंबर को होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आमना-सामना
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर टकराव को पांच माह हो चुके हैं। इस टकराव के बीच ही एक ऐसी खबर आ रही है जिसमें कहा जा रहा है अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आमना-सामना होगा। सूत्रों की तरफ से बताया जा रहा है अगले माह 17 नवंबर को ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान दोनों नेता एक दूसरे से मुखातिब होंगे। हालांकि यह एक वर्चुअल मीटिंग होगी जिसमें भारत और चीन के अलावा, रूस, ब्राजील और साउथ अफ्रीका के नेता भी शामिल होंगे।
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पहले मई में होना था सम्मेलन
मई माह से लद्दाख में जारी टकराव के बीच दोनों नेताओं की यह मुलाकात होगी। हाल के हफ्तों में भारत और चीन के विदेश और रक्षा मंत्रियों की मुलाकात दूसरे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हुई है। लेकिन दोनों नेताओं के बीच अभी तक कोई संपर्क नहीं हुआ है। चीन में भारत के पूर्व राजदूत रहे विष्णु प्रकाश का कहना है कि भारत और चीन के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग आने वाले दिनों में सकारात्मक नतीजे दे सकती है। ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी। सोमवार को इस बाबत एक औपचारिक ऐलान किया गया है। रूस इस समय इस संगठन का मुखिया है। इस बार ब्रिक्स सम्मेलन की थीम है, 'वैश्विक स्थिरता, साझा सुरक्षा और उन्नत प्रगति के लिए ब्रिक्स की साझेदारी।' ब्रिक्स सम्मेलन पहले मई माह में होने वाला था। यह सम्मेलन सेंट पीट्सबर्ग में होने वाला था। इसके साथ ही शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) सम्मेलन जिसे 21 से 23 जुलाई तक आयोजित होना था, उसे भी कोरोना वायरस महामारी के चलते स्थगित करना पड़ा। रूस, ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी करने का इच्छुक था लेकिन कई सदस्यों की तरफ से कोविड को देखते हुए आशंका जताई गई थी। इसके बाद इस सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित करने का मन बनाया गया।