Modi Sarkar 2: मंत्री पद की शपथ लेने के लिए कौन करता है सांसदों को फोन?
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट आज शाम सात बजे शपथ लेगी। राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही नई सरकार का कार्यकाल का आरंभ हो जाएगा। नई सरकार के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चुने हुए सांसदों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। पीएम मोदी ने शनिवार को संसद के सेंट्रल हॉल में नए सांसदों को संबोधित किया था। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने जोर देकर कहा था कि सांसदों को इस मुगालते में रहना चाहिए कि एक फोन कॉल या अखबार में नाम आने के बाद उन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दरअसल एक फोन कॉल के बाद ही पीएम की कैबिनेट के लिए सांसदों को शपथ ग्रहण के लिए कहा जाता है। जानिए आखिर कौन शपथ ग्रहण से पहले सांसदों को फोन करता है और शपथ ग्रहण के लिए बुलाता है।
पीएम के सेक्रेटरीज पर होता है जिम्मा
प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ में प्रिंसिपल सेक्रेटरी या जिन्हें मुख्य सचिव भी कहते हैं, उनके अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव या एडीशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पास सांसदों को फोन करने की जिम्मेदारी होती है। गुरुवार को शपथ ग्रहण से पहले बुधवार को पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नीपेंद्र मिश्रा और एडीशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी आरके मिश्रा ने पीएम से उनके आधिकारिक निवास स्थल सात लोककल्याण मार्ग पर मीटिंग की थी। जिन चुने हुए सांसदों को कैबिनेट में जगह दी जानी है, उनकी पहले एक लिस्ट तैयार की जाती है।
पीएमओ की तरफ से जाती है कॉल
एक बार जब लिस्ट फाइनल हो जाती है तो पीएमओ को ये लिस्ट सौंप दी जाती है और पीएमओ के अधिकारी कैबिनेट में शामिल होने वाले सदस्यों को आधिकारिक तौर पर कॉल करके उन्हें निर्धारित समय पर मौजूद रहने को कहते हैं। जो सदस्य कैबिनेट में शामिल किए जाते हैं, उनका शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर सिटिंग अरेजमेंट भी अलग होता है। वरिष्ठता के आधार पर पहले वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को जगह दी जाती है और फिर जूनियर मंत्रियों को। सबसे पहले प्रधानमंत्री शपथ लेते हैं और उसके बाद वरिष्ठता के आधार पर कैबिनेट मंत्रियों को जगह दी जाती है।
पीएम ने कहा कॉल पर भरोसा न करें
सेंट्रल हॉल में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था, 'जनप्रतिनिधियों से मेरा आग्रह रहेगा है कि मानवीय संवेदनाओं के साथ अब हमारा कोई पराया नहीं रह सकता है। इसकी ताकत बहुत बड़ी होती है। दिलों को जीतने की कोशिश करेंगे।' इस दौरान उन्होंने सांसदों को सलाह देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल को लेकर मीडिया में जो अफवाहें चल रही हैं, वो भ्रमित करने के लिए हैं। आप इस भ्रम में मत आइए।
लिस्ट सबसे बड़ा संकट
पीएम मोदी के शब्दों में कहा, 'अभी तक मैंने जीते हुए सांसदों की पूरी सूची नहीं देखी है, लेकिन इस देश में बहुत ऐसे नरेंद्र मोदी पैदा हो गए हैं जिन्होंने मंत्रिमंडल बना दिया है। अगर सबका टोटल लगाएंगे तो शायद 50 सांसद ही ऐसे रह जाएंगे जो मंत्री की लिस्ट में नहीं आएंगे। ये सबसे बड़ा संकट होता है। सरकार और कोई बनाने वाला नहीं है जिसकी जिम्मेदारी है वही बनाने वाले हैं।'