ओमान और ईरान के रास्ते बिशकेक पहुंचेंगे पीएम मोदी, नहीं ली जाएगी पाकिस्तान के एयरस्पेस की मदद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरक्राफ्ट अब पाकिस्तान के रास्ते किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक नहीं जाएगा बल्कि अब पीएम मोदी ओमान, ईरान और मध्य एशिया होते हुए बिशकेक जाएंगे। बुधवार को विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है। आधिकारिक प्रवक्ता रवीश कुमार की ओर से बताया गया है, 'सरकार ने बिशकेक के लिए रवाना होने वाले वीवीआईपी एयरक्राफ्ट के रूट के लिए दो विकल्पों को तलाशा था। अब फैसला लिया गया है कि वीवीआईपी एयरक्राफ्ट ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों के रास्ते बिशकेक जाएगा।'
बालाकोट के बाद से बंद है एयरस्पेस
अभी तक इस बात की कोई खबर नहीं है कि आखिर भारत सरकार ने यह फैसला क्यों लिया जबकि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मंजूरी के बाद पाक होते हुए ही बिशकेक पहुंची थीं।पाकिस्तान की ओर से 10 जून को ही भारत के उस अनुरोध को माना गया था जिसमें पीएम मोदी के एयरक्राफ्ट को गुजरने देने के लिए एयरस्पेस खोलने की मांग की गई थी। पीएम मोदी 13 और 14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में आयोजित शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट में हिस्सा लेंगे। पाकिस्तान ने 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद एयरस्पेस को पूरी तरह से बंद कर दिया था। उसके बाद से ही पाकिस्तान ने सिर्फ दो रास्तों को खोलकर ही रखा है और दोनों रास्ते दक्षिणी पाकिस्तान से होकर गुजरते हैं। जबकि कुल 11 रास्ते पाकिस्तान के एयरस्पेस के तहत आते हैं।
अब शांति प्रस्ताव का क्या होगा
न्यूज एजेंसी पीटीआई को पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक सूत्रों की ओर से बताया गया था कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की सरकार ने सैद्धांतिक तौर पर भारत को पाक एयरस्पेस का प्रयोग करने की मंजूरी दी है। पाक सरकार के एक अधिकारी की ओर से बताया गया, ' एक बार प्रक्रियाओं से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं इसके बाद भारत की सरकार को इस बाबत सूचना दे दी जाएगी। सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) को भी इसके तहत एयरमेन को सूचित करना होगा।' इस अधिकारी की मानें तो पाकिस्तान को इस बात की उम्मीद है कि भारत उसकी ओर से दिए गए शांति वार्ता के प्रस्ताव का जवाब जरूर देगा।