मोदी को फांसी पर लटकाने की मांग करने वाले ओवैसी की हत्या की साजिश नाकाम
शेष तीन बदमाशों की पहचान अभी नहीं की जा सकी है। बदमाशों से हथियार भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए चारों बदमाशों ने ओवैसी के कत्ल की सुपारी ली थी लेकिन अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह सुपारी किसने दी थी। हैदराबाद की पुलिस ने बताया कि वह बेंगलुरू की पुलिस से सूचना जुटाने की कोशिश कर रही है। आपको बता दें कि 2011 में भी हैदराबाद में ओवैसी पर जानलेवा हमला किया गया था, जिसमें वह घायल हो गए थे।
उस वक्त पार्टी के नेता अहमद बलाला के सिक्योरिटी गार्ड ने बचाव में फायरिंग की थी, जिसमें एक हमलावर मारा गया था। उल्लेखनीय है कि 42 साल के ओवैसी की छवि कट्टर इस्लामी नेता की है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में वह चंद्रायंगुट्टा सीट से दोबारा विधायक चुने गए हैं। वह एमआईएम चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई हैं। हेट स्पीच के मामले में वह जेल भी जा चुके हैं। हाल-फिलहाल के सुर्खियों की बात करें तो अजमल कसाब को फांसी के बाद उन्होंने भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को भी फांसी की मांग की थी।