तो क्यों राहुल गांधी को बिना सुने चले गये लोग?
हालांकि राहुल गांधी के भाषण में केवल और केवल शीला दीक्षित और कांग्रेस का गुणगान था बावजूद इसके रैली में उनके सामने ही लोगों ने प्रस्थान करना शुरू कर दिया जिसके कारण व्यथित शीला दीक्षित को मंच से कहना पड़ा कि प्लीज दस मिनट राहुल गांधी को सुन तो लीजिये।
बावजूद इसके लोग रैली के बीच में ही उठकर जाने लगे। शायद राहुल गांधी का रैली में काफी देर से आना और बढ़ती तेज धूप के कारण लोग काफी परेशान थे जिसके चलते लोग राहुल की रैली में बिना राहुल को सुने ही उठकर चल दिये।
वैसे राहुल ने अपने 6 मिनट के भाषण में शीला दीक्षित की ओर से दिल्ली में किये गये कार्यों की तारीफ की और प्रवासी समुदाय के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को दिल्ली को 'प्रवासियों का शहर' करार दिया। गौरतलब है कि दिल्ली में चार दिसंबर को विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे।
दिल्ली के अंबेडकर नगर की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, "दिल्ली प्रवासियों का शहर है। यह एक लघु भारत जैसा है।" उन्होंने कहा, "मेरा परिवार कश्मीर से उत्तर प्रदेश आया और उसके बाद उत्तर प्रदेश से दिल्ली। शीलाजी का परिवार भी उत्तर प्रदेश से आया।"
राहुल ने कहा, "हमारे लिए दिल्ली में सभी बराबर हैं, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान..लोग उत्तर प्रदेश से महाराष्ट्र गए और शिव सेना उन्हें वहां से भगा रही है।" उत्तर प्रदेश और बिहार से आ बसे लोगों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी निगाहें जमा रखी हैं और पार्टी ने उन्हें विशेष सुविधाओं का वादा किया है। उन्होंने कहा, "शीला सरकार ने दिल्ली को बदल दिया, यहां तक कि विपक्षी भी इसे स्वीकार करते हैं।"
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से लेकर शहर में बिजली की दशा सुधारने तक का उल्लेख किया।उन्होंने कहा कि दिल्ली का हवाई अड्डा दुनिया का दूसरा सबसे बेहतर हवाई अड्डा माना जाता है।उन्होंने कहा, "20 लाख से ज्यादा लोग रोजाना मेट्रो में सफर करते हैं..130 फ्लाईओवर बनाए गए। हमारे पास आधुनिक हवाई अड्डा, नए अस्पताल हैं।"
वैसे जहां राहुल गांधी ने दिल्ली को प्रवासियों का शहर' करार दिया वहीं सीएम शीला दीक्षिते ने पिछले दिनों ही दिल्ली अपराध में वृद्धि के लिए बड़ी संख्या में आ बसे प्रवासी आबादी को जिम्मेदार ठहराने वाला विवादित बयान दिया था।