जब चाय में डाली चीनी, जलकर काली हो गई, निकली प्लास्टिक की
दूध में चीनी डालने के कुछ देर बाद अजीब तरह के जलने की खुशबू आने लगी। फिर चाय बनाने वाली महिला ने देखा की वर्तन के अंदर प्लास्टिक जैसा कुछ जल रहा है।
नई दिल्ली। अभी तक आपकी चाय में चीनी कम या ज्यादा हुआ करती थी लेकिन अब आपकी चाय में प्लास्टिक वाली चीनी हो सकती है। मतलब ये कि जिस चीनी से आप अपनी चाय बनाते है वो चीनी नहीं बल्कि प्लास्टिक हो सकती है। मु़नाफाखोर अपने फायदे के लिए कुछ भी करने को तैयार है। आपकी सेहत और जेब दोनों के साथ धोखा किया जा रहा है। ताजा खुलासा कर्नाटक में हुआ है और सूबे की सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
सावधान कहीं आप प्लास्टिक वाली चीनी का चाय तो नहीं पी रहे?
प्लास्टिक के अंडे , प्लास्टिक से बने चावल के बाद प्लास्टिक से बनी चीनी में बाजार में प्रवेश कर चुकी है। इस बात का खुलासा कर्नाटक के गडग शहर में हुआ है। गडग में रहने वाले एक परिवार के यहां चाय बन रही थी तभी दूध में चीनी डालने के कुछ देर बाद अजीब तरह के जलने की खुशबू आने लगी। फिर चाय बनाने वाली महिला ने देखा की वर्तन के अंदर प्लास्टिक जैसा कुछ जल रहा है। थोड़ी देर बाद प्लास्टिक के जलने के बाद बर्तन काला पड़ गया। फिर जब चीनी को देखा गया तो उसमे प्लास्टिक के कण होने की बात सामने आई। उस परिवार ने कंफर्म होने के लिए दुबारा चाय बनाने की कोशिश की फिर वहीं चीनी डाली फिर से वर्तन काला पड़ गया प्लास्टिक के जलने की खुशबू आई। गडग के उस परिवार ने इस मामले में चीनी मिल को ही बंद करने की मांग कर रहा है।
हसन में भी बिकी प्लास्टिक वाली चीनी
कुछ इसी तरह का मामला कर्नाटक के हसन में पिछले सप्ताह सामने आया था। जहां एक दुकानदार ने मिलावटी चीनी बेचा था। वहां भी चीनी में प्लास्टिक के मिलावट की बात सामने आई थी। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों ने दुकान के बाहर प्रदर्शन भी किया था। वहां मौके पर कर्नाटक सरकार में मंत्री ए मंजू पहुंची थी और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया था।
सरकार ने दिए जांच के आदेश
इन दोनों जगहों पर प्लास्टिक से बनी चीनी का मामला सामने आने के बाद कर्नाटक सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कर्नाटक के फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने मिलावटी चीनी का सैंपल भी लिया है और जांच के लिए भेजा है। कर्नाटक के फूड एंड सिविल सप्लाई मंत्री यू टी खडेर ने कहा कि चीनी में प्लास्टिक की मिलावट की बात सामने आई है इसके पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ हो सकता है। गडबड़ी कौन कर रहा है चीनी फैक्ट्री या फिर रिटेलर इस बात तो जानना होगा। सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
सेहत और जेब के साथ बड़ा धोखा
पिछले दिनों में देश के कई शहरों में प्लास्टिक से बने अंडे और प्लास्टिक से बने चावल की बात सामने आ चुकी है। राजधानी दिल्ली में चमकीले चावल, चीन से आए चावल और प्लास्टिक से बने चावल का मामला सामने आ चुका है। प्लास्टिक से बने अंडे की मामला देश के कई शहरों में सामने आया है। इसी बीच प्लास्टिक मिश्रित चीनी ने सबकी चिंता को बढ़ा दिया है। मिलावटखोर हमारी सेहत के साथ मुनाफा कमाने के लिए कुछ भी कर रहे है। वहीं सरकार केवल जांच की बात कर रही हैं।