कोरोना की तैयारियों के बीच दुल्हन की तरह सजाया गया माता वैष्णो का दरबार, पिट्ठू सहित कई सेवाएं शुरू
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में कल से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि को देखते हुए काफी सजावट की गई है। इसके साथ ही कोरोना महामारी को लेकर भी खास तैयारियां की जा रही हैं। नवरात्रि के अवसर पर देश विदेश से लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं। इस बार जम्मू के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट लेकर आना जरूरी है। हालांकि वहां भी कोविड-19 जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
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इसपर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ का कहना है, 'पॉनी, पिट्ठू और पालकी सेवा शुरू कर दी गई है। हेलीकॉप्टर और बैटरी कार सेवा भी चल रही है। जम्मू कश्मीर के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को साथ में कोविड-19 निगेटिव जांच रिपोर्ट लानी होगी। हमारे यहां कोविड-19 जांच की सुविधा भी है।' नवरात्रि में माता वैष्णो के दर्शन के लिए जरूरी गाइडलाइन भी जारी की गई हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को पांच हजार से बढ़ाकर अब सात हजार कर दिया गया है। कोरोना महामारी को देखते हुए श्राइन बोर्ड की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिससे भक्तों को किसी तरह की दिक्कत ना हो।
गाइडलाइन में कहा गया है कि श्रद्धालुओं को कटरा से पहले अपनी जांच करानी होगी और रिपोर्ट आने के 48 घंटों के भीतर ही कटरा पहुंचना होगा। ऑनलाइन दर्शन पर्ची माता वैष्णो देवी की वेबसाइट से बनवानी होगी। सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को लखनपुर में रुकना होगा। यहां एक विशेष काउंटर दिखेगा, जहां ऑनलाइन यात्रा पर्ची मिलेगी। कोरोना रिपोर्ट दिखाने पर ही पर्ची मिलेगी, जिसे कटरा में दाखिल होने पर मोरी नाके पर देखा जाएगा। इसके बाद भवन मार्ग पर दर्शन डोयढ़ी में पर्ची देखी जाएगी। अधिकारी जानकारी रिकॉर्ड करने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए जाने देगा। हवाई मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को भी एयरपोर्ट पर कोरोना की जांच करानी होगी।