देखें मिग-29 की तस्वीरें जिसकी मैंगलोर एयरपोर्ट पर हुई लैंडिंग
मैंगलोर एयरपोर्ट पर मंगलवार रात को इंडियन नेवी के फाइटर जेट मिग-29 की हुई इमरजेंसी लैंडिंग। लैंडिंग के बाद टला बड़ा हादसा, मैंगलोर एयरपोर्ट पर बाधित रहा यातायात।
मैंगलोर। मंगलवार को मैंगलोर एयरपोर्ट पर इंडियन नेवी के फाइटर जेट मिग-29 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। इस लैंडिंग के साथ ही एक बड़ा हादसा होने से टल गया। इस इमरजेंसी लैंडिंग की वजह से एयरपोर्ट का यातायात काफी देर तक बाधित रहा।
हाइड्रोलिक फेल्योर की वजह से लैंडिंग
न्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक मिग-29 को मैंगलोर एयरपोर्ट पर फाइटर जेट की लैंडिंग की वजह हाइड्रोलिक फेल्योर है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एयरक्राफ्ट का टायर फटने की वजह से यह हादसा हुआ। इसकी वजह से मैंगलोर एयरपोर्ट पर कई घंटे तक यातायात को भी रोकना पड़ा। नेवी के पास जो मिग-29 फाइटर जेट को पिछले कई वर्षों में उस पर उंगलियां उठ चुकी हैं। वर्ष 2015 और 2016 में इस फाइटर जेट को कई क्रैश का सामना करना पड़ा है।
पायलट सुरक्षित
इस घटना में पायलट अभिजीत पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इंडियन नेवी ने तुरंत ही एक हेलीकॉप्टर को भेजा और क्रू ने एयरक्राफ्ट की रिपेयरिंग की।
वर्ष 2013 में आई स्क्वाड्रन
वर्ष 2013 में उस समय के रक्षा मंत्री एके एंटोनी ने 11 मई को इंडियन नेवल एयर स्क्वाड्रन (आईएनएसए) 303 को यहां पर कमीशंड किया था। आईएनएस हंसा पर मिग-29 की यह पहली स्क्वाड्रन थी।
काफी अहम है स्क्वाड्रन 303
मिग की मेंगलौर स्थित स्क्वाड्रन इंडियन ओशिन रीजन यानी आईओर में मौजूद मित्र देशों के साथ मिलकर क्षेत्र को सुरक्षित ढांचा प्रदान करती है। यह स्क्वाड्रन फिलहाल कारवार से बाहर आईएनएस विक्रमादित्य से भी ऑपरेट करती है।
रूस का बना है मिग-29
मैंगलोर में जिस फाइटर जेट मिग-29 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है वह रूस का बना हुआ है। वर्ष 2004 में भारत ने रूस के साथ 12 मिग-29 सिंगल सीटर जेट के लिए डील की थी।
इसके हथियार
मिग-29 में एक जीएसएच-30-1 30 एमएम की बंदूक फिट है। साथ ही इसमें लेजर गाइडेड और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल बम भी इंस्टॉल किए गए है। इसके साथ ही जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी इसमें इंस्टॉल हैं।