शर्मनाक! UP में कक्षा-4 की छात्रा से रेप, इलाज के लिए चार दिनों तक करती रही इंतजार
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बरेली में जिला अस्पताल की ओर से की गई लापरवाही का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल वालों पर आरोप है कि उन्होंने 11 साल की एक बलात्कार पीड़िता को मरने के लिए छोड़ दिया। घटना के चार दिन बाद तक बच्ची को इलाज नहीं मिल पाया और वह अपने घर पर दर्द से जूझती रही। हेल्पलाइन टीम और स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद कक्षा चार की छात्रा को शाहजहांपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कक्षा 4 में पढ़ने वाली 11 वर्षीय छात्रा के साथ कथित तौर पर 7 जनवरी की शाम एक 20 साल के दरिंदे खेत में दुष्कर्म किया। घटना के बाद परिवार वालों को बच्ची खून से लथपथ मिली, पीड़िता के गले पर गंभीर चोट के निशान भी थे। पीड़िता के पिता का आरोप है कि वह इलाज के लिए अपनी बच्ची को जिला अस्पताल में ले गए लेकिन 8 जनवरी को उन्हें वापस घर भेज दिया गया। पिता के मुताबिक डॉक्टरों ने उसके बाद बच्ची का कोई इलाज नहीं किया।
बिना इलाज चार दिनों तक जूझने के बाद बच्ची के परिवार वालों ने चाइल्ड हेल्पलाइन टीम से मदद मांगी। जब चाइल्ड लाइन टीम ने बच्ची की हालत देखी तो उसे सीधा अस्पताल पहुंचाया, जहां तिलहर के विधायक रोशन लाल वर्मा के हस्तक्षेप के बाद उसे भर्ती कराया गया। चाइल्ड लाइन टीम की आभा सक्सेना के मुताबिक वह और उनकी टीम बच्ची के गांव उसकी स्थिति का जायजा लेने गए थे। वहां उन्होंने पाया कि बच्ची की गर्दन पर गंभीर चोट के निशान हैं। हैरानी वाली बात यह है कि जिला अस्पताल ने मेडिको-लीगल जांच के बाद उसे चुपचाप छुट्टी दे दी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ यू पी सिन्हा ने बताया कि पीड़िता को भाजपा विधायक रोशनलाल वर्मा लेकर आए थे, उसे भर्ती कर लिया गया है तथा डाक्टरों के एक दल की देखरेख में पीड़िता का इलाज किया जा रहा है।