'शरजील इमाम ने छपवाए थे 5 हजार भड़काऊ पोस्टर', फोटो स्टेट करने वाले ने की पहचान
नई दिल्ली। असम को भारत से अलग करने वाला भड़काऊ भाषण देने के आरोप में जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को 28 जनवरी को बिहार के जहानाबाद स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। क्राइम ब्रांच अगले ही दिन शरजील को दिल्ली लेकर आई थी, जहां हिरासत में उससे पूछताछ की गई। इस दौरान पुलिस ने खुलासा किया था कि शरजील ने सीएए और एनआरसी पर कई भ्रामक तथ्यों वाले पर्चे मस्जिदों में बांटे थे। वहीं, अब बड़ी जानकारी सामने आ रही है कि फोटो स्टेट करने वाले तौफीक ने शरजील इमाम की पहचान की है।
फोटो स्टेट करने वाले तौफीक ने की शरजील की पहचान
मुनिरका में फोटो स्टेट करने वाले तौफीक ने बताया कि शरजील ने जिस भाषण की फोटो कॉपी कराई, वह भड़काऊ थे। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक, तौफीक ने बताया है कि शरजील इमाम ने तीन तरह के 5 हजार भड़काऊ पोस्टर छपवाए थे। ये पोस्टर सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए थे। क्राइम ब्रांच ने पोस्टर बंटवाने में शरजील का साथ देने वालों की पहचान भी कर ली है। बताया जा रहा है कि इनमें कुछ जामिया के भी छात्र हैं। इनमें से चार लोगों को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था। इन्होंने स्वीकार किया कि मस्जिद और आसपास के इलाकों में शरजील के साथ पोस्टर बांटे थे।
ये भी पढ़ें: राम मंदिर ट्रस्ट पर अमित शाह का बड़ा ऐलान, दलित समाज से होगा एक ट्रस्टी
छपवाए थे 5 हजार भड़काऊ पोस्टर, साथियों संग मिलकर बांटे थे
वसंत कुंज स्थित एक फ्लैट में शरजील किराए पर रहता है। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के दौरान यहां से शरजील का लैपटॉप और डेस्कटॉप बरामद किया था। पुलिस को शरजील का मोबाइल फोन भी मिल गया था, जिससे कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि शरजील ने नागरिकता संशोधन बिल और NRC तो लेकर गलत जानकारियों और भड़काने वाले पर्चे मस्जिदों में बांटे थे।
पुलिस ने जब्त किया था लैपटॉप-कम्प्यूटर
पुलिस को वो पर्चे भी मिले थे, जिसे शरजील ने मस्जिदों में बंटवाए थे। पुलिस उसके लैपटॉप और कंप्यूटर की जांच कर रही है। इसके पहले, जांच के दौरान शरजील ने खुद माना था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उसने भड़काऊ भाषण दिए थे। उसने माना था कि भाषण के दौरान उसने असम को देश से अलग करने का बयान दिया था, इसके बाद शरजील के खिलाफ 5 राज्यों में देशद्रोह का केस दर्ज हुआ था।