कोरोना वैक्सीन: PGI रोहतक में पहले फेज के पार्ट-1 का ट्रायल पूरा, जानें अब तक क्या रहे नतीजे?
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है, जहां पर रोजाना अब 50 हजार के करीब मामले सामने आने लगे हैं। वैक्सीन आने तक कोरोना का कहर ऐसे ही जारी रहेगा। मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए वैज्ञानिकों ने वैक्सीन पर काम और तेज कर दिया है। भारत में भी 12 जगहों पर स्वदेशी वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। जिसमें पीजीआई रोहतक ने इंसानों पर फेज-1 ट्रायल के पार्ट-1 को पार कर लिया है। अब दूसरे पार्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
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अभी तक क्या नतीजे?
शनिवार को पीजीआई रोहतक के डॉक्टरों ने फेज-1 ट्रायल का पहला पार्ट पूरा कर लिया है। इसके तहत 6 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। ट्रायल टीम की प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर डॉ. सविता शर्मा के मुताबिक अभी सब सामान्य है और अब तक के नतीजे बेहद उत्साहवर्धक हैं। फेज-1 का पार्ट-2 शुरू कर दिया गया है। अभी तक देशभर में 50 लोगों को वैक्सीन का शॉट दिया गया है। आपको बता दें कि ये वैक्सीन भारत बायोटेक ने बनाई है। जिसमें ICMR ने सहयोग किया है।
किन जगहों पर ट्रायल?
देश में छह शहरों, हैदराबाद, पटना, कांचीपुरम, रोहतक और दिल्ली में कोवैक्सीन के ट्रायल शुरू हो चुके हैं। इसके बाद इस वैक्सीन का ट्रायल नागपुर, भुवनेश्वर, बेलगाम, गोरखपुर, कानपुर, गोवा और विशाखापत्तनम में किया जाएगा। पहले चरण में 500 वॉलंटियर्स शामिल होंगे, जिनकी उम्र 18 से 55 साल के बीच होगी। कोविड-19 के लिए बनी वैक्सीन कोवैक्सीन के मानव परीक्षण के लिए दिल्ली एम्स में पहला टीका 30 साल के शख्स को लगाया गया।
वॉलंटियर्स को दी जा रही डायरी
डॉक्टरों के मुताबिक टीका लगवाने वाले सभी वॉलंटियर्स से प्रतिदिन फोन के जरिये फॉलोअप किया जाएगा। साथ ही उन्हें एक डायरी भी दी जा रही है। कुछ भी परेशानी महसूस होने पर उस डायरी में लिखना होगा। सात दिन बाद फॉलोअप जांच के लिए उन्हें अस्पताल बुलाया जाएगा। इस बीच किसी तरह की ज्यादा परेशानी होने पर उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एक टीका लगने के 14 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। इस वजह से पहले चरण का ट्रायल पूरा होने में करीब एक महीने का समय लग सकता है।
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