सऊदी के तेल संयंत्रों पर हमले का भारत पर पड़ने वाले असर पर क्या बोले धर्मेंद्र प्रधान
नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हुए हुए हमलों के बाद भारत की तेल आपूर्ति बाधित नहीं होगी। प्रधान ने कहा क 'हमने अपनी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के साथ सितंबर के महीने के लिए कच्चे तेल की आपूर्ति की समीक्षा की है। हमें विश्वास है कि भारत को आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं होगी। हम मौजूदा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सऊदी अरामको के तेल सयंत्र केंद्रों पर हमलों के बाद वहां के शीर्ष अधिकारियों से संपर्क किया गया। रियाद में भारतीय राजदूत ने भारत को लगातार तेल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अरामको के वरिष्ठ प्रबंधन से संपर्क किया है। गौरतलब है कि सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक है। हमले के बाद इन संयत्रों से आउटपुट में प्रतिदिन 5.7 मिलियन बैरल की कटौती की है। कंपनी ने फिर ने पूरे आउटपुट शुरू करने को लेकर कोई डेडलाइन नहीं दी है।
चीन और इंडोनेशिया के साथ भारत सऊदी तेल के सबसे बड़े आयात करने वाले देशों में से है। इसी वजह से इस हमले के बाद तेल आपूर्ति बाधित होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी। तेल रकी कीमतों में एक बिंदु पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई, जो कि साल 1991 के गल्फवार के बाद सर्वाधिक है। सरकारी तेल कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमत मौजूदा स्तर पर रहती है तो रिटेल आउटलेट में र पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। रॉटयर के हवाले से एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अलबैक में स्थित सऊदी अरब के पैट्रोलियम संयत्र पर हमला ईरान के निर्देशों पर हुआ है। इस हमले में क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल हो सकता है।
ये भी पढ़ें- Godavari Boat Accident: इंडियन नेवी के हेलिकॉप्टर को कोई जीवित व्यक्ति या शव नहीं मिला