तेल की किल्लत की आशंका पर पेट्रोलियम मंत्री का बड़ा बयान
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नई दिल्ली- ईरान और अमेरिका के बीच जारी तनाव के मद्देनजर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बहुत बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि भारत के लोगों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कुछ बड़े तेल उत्पादक देशों में हालात अभी भी शांतिपूर्ण हैं। उन्होंने कहा है कि हम अपने देश में भी तेल उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ईरान-अमेरिका के बीच पैदा हुई विस्फोटक स्थिति को लेकर भारत में तेल की संभावित किल्लत को लेकर कहा है- 'दुनिया के तेल उत्पादक देशों में तनाव का भारत पर असर पड़ता है। हम देश में तेल का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं और कुछ वैकल्पिक ऊर्जा समाधानों की भी तलाश में जुटे हुए हैं। कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब में हालात शांतिपूर्ण हैं, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। '
पहले ड्रोन हमले में ईरान के सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या और फिर एयरस्ट्राइक में 6 लोगों की मौत ने ईरान और अमेरिका को युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है। इन दोनों देशों के बीच जारी भयावह तनाव की स्थिति ने भारत की भी चिंताएं बढ़ा रखी हैं। भारत को डर है कि कहीं इसके कारण उसके अपने हितों पर न असर पड़ने लगे। क्योंकि, कच्चे तेल और गैस भंडार वाला खाड़ी का ये इलाका भारत जैसे बड़े तेल आयातक मुल्क के लिए खास अहमियत रखता है।
भारत को चिंता इस बात की है कि अगर ईरान और अमेरिका में जंग की स्थिति बनी तो बाकी तेल उत्पादक देशों से फारस की खाड़ी में होमुर्ज गलियारे के मार्फत तेल आयात करने में दिक्कत पेश आ सकती है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्ज एजेंसी के अनुमान के मुताबिक दुनिया का करीब 8 करोड़ टन तेल इसी रास्ते से आयात-निर्यात होता है।