राहुल गांधी ने कसा तंज-'आपकी जेब खाली करके मित्रों की पॉकेट भर रही मोदी सरकार'
Petrol is 100 rupees,The Modi government is doing a great job of freeing your pockets and giving it to 'friends' said Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी और उनकी सरकार पर ट्विटर के जरिए धावा बोलते आ रहे हैं। किसान आंदोलन हो या बजट, मंहगाई हो या फिर लद्दाख की समस्या, राहुल लगातार मोदी सरकार को सवाल दाग रहे हैं। अपने ताजा ट्वीट मे उन्होंने मोदी सरकार पर पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों को लेकर निशाना साधा है।
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उन्होंने ट्वीट किया है कि पेट्रोल पम्प पर गाड़ी में तेल डालते समय जब आपकी नज़र तेज़ी से बढ़ते मीटर पर पड़े, तब ये ज़रूर याद रखिएगा कि कच्चे तेल का दाम बढ़ा नहीं, बल्कि कम हुआ है।पेट्रोल 100 रुपय/लीटर है। आपकी जेब ख़ाली करके 'मित्रों' को देने का महान काम मोदी सरकार मुफ़्त में कर रही है!। आपको बता दें कि दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 90.19 रु प्रति लीटर और डीजल 80.60 प्रति ली हो गई है तो वहीं एमपी में तेल की कीमत 100 रु का आंकड़ा पार कर गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल ने एलपीजी सिलेंडर के बढ़े दामों को लेकर सरकार पर हमला किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में एलपीजी सिलेंडर के बढ़े हुए दामों की खबर का स्क्रीन शॉट शेयर किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि '10 दिनों के भीतर दो बार बढ़ी एलपीजी गैस की कीमत, अब तक 75 रु का उछाल, जानें ताजा भाव', इसको शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा है कि 'जनता से लूट, सिर्फ दो का विकास।' मालूम हो कि राहुल गांधी इन दिनों केंद्र सरकार पर'हम दो, हमारे दो' नारे के जरिए तंज कस रहे हैं। । इस नारे के बहाने उन्होंने मोदी सरकार को कुछ उद्योगपतियों के लिए काम करने वाली सरकार होने का आरोप लगाया है।
सोनिया गांधी ने पीएम मोदी के लिखा खत
मालूम हो कि इससे पहले पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। उन्होंने सरकार से इसका हल निकालने की मांग की है। आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों ने लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है।सोनिया गांधी ने अपने पत्र में लिखा, "मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इन बढ़ोतरी को वापस लें और हमारे मध्यम और वेतनभोगी वर्ग, हमारे किसानों और गरीबों और हमारे साथी सैनिकों को लाभ दें।" सोनिया गांधी ने कहा कि यह कीमतें 'ऐतिहासिक एवं अव्यावहारिक'' हैं।