रुलाएंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें, 4 रु प्रति लीटर बढ़े सकते हैं दाम
नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पांच साल के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जबकि डीजल अबतक के अपने सबसे उंचे दाम पर पहुंच गया है। 16 मई को ही दिल्ली में पेट्रोल के ताम में 15 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी जबकि डीजल के दाम में 22 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। वहीं, एकबार फिर से इनके दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
कर्नाटक चुनाव के बाद राज्य की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव के 19 दिन के अंतराल को समाप्त कर दिया और कीमतों को रोजाना स्तर पर तय करना शुरू किया।
प्रति लीटर 4 रु बढ़ सकता है पेट्रोल का दाम
खबरों के अनुसार, पेट्रोल की कीमतों में 4 रु प्रति लीटर तक की वृद्धि की जा सकती है। कर्नाटक में चुनाव खत्म होते ही ऐसा माना जा रहा है कि एकबार फिर पेट्रोल की कीमतें आम आदमी की जेब काट सकती हैं। इसके पहले की गई बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 75.32 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई है, जबकि डीजल की कीमत 66.79 रुपए तक पहुंचं गई है।
प्रति लीटर 2.7 रुपये का मार्जिन कमाने के लिए हो सकती है वृद्धि
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले हफ्तों में डाउनस्ट्रीम तेल कंपनियों को डीजल की खुदरा कीमतों में 3.5-4 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमतों में 4-4.55 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने की आवश्यकता है ताकि वे प्रति लीटर 2.7 रुपये का मार्जिन अर्जित कर सकें।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी
पिछले हफ्ते, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा था कि 24 अप्रैल के बाद कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ऑटो फ्यूल नेट मार्केटिंग मार्जिन 0.31 रुपये प्रति लीटर रहा था। अनुमान जताया जा रहा है कि करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय तेल बाजार में कीमतों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट के कारण ऐसा हुआ है।