कर्नाटक चुनाव के दो दिन बाद बढ़े डीजल-पेट्रोल के दाम, 20 दिनों से लगी थी रोक
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नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव खत्म होने के महज दो दिन बाद सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल और डीजल कीमतों में एक बार फिर से इजाफा देखा गया। दामों में ये बदलाव 20 दिन बाद देखने को मिला है। 24 अप्रैल के बाद 17 पैसे की वृद्धि के साथ पेट्रोल के कीमत बढ़कर 74.80 रुपए प्रति लीटर हो गई है। जबकि 21 पैसे की बढ़ोतरी के साथ डीजल की कीमत 66.14 रुपए प्रति लीटर हो गई है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई समेत सभी देखें में सोमवार को एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा देखा गया है।
चुनाव खत्म होती ही शुरु हो गई दामों में बढ़ोत्तरी
पेट्रोल-डीजल में ताजा वृद्धि को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो जाने से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, कर्नाटक में जारी चुनाव प्रचार के दौरान ही खबर आई थी कि सरकार के इशारे पर पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में बदलाव नहीं कर रही थी। लेकिन, अब चुनाव संपन्न होने के बाद फिर से पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि की है।
पेट्रोल की कीमतों में 21वें दिन हुआ परिवर्तन
पेट्रोल की कीमतों में 21वें दिन यानी तीन हफ्ते बाद परिवर्तन हुआ है। बताया जा रहा है कि दो सप्ताह से अधिक समय से पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ था, इसलिए पेट्रोलियम कंपनियां अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए लगातार कीमतों में बढ़ोत्तरी कर सकती हैं। गौरतलब है कि सरकारी तेल कंपनियों ने पिछले साल जून महीने से तेल की कीमतों को रोजाना स्तर पर तय करना शुरू किया था। अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में इजाफा हो रहा है।
पहले भी तेल कंपनियों ने ऐसा किया है
यह पहली बार नहीं है। जब तेल कीमतों को लेकर इस तरह का रुख देखने को मिला था। 2017 में गुजरात में हुए चुनाव में पहले तेल कंपनियों ने वहां करीब 15 दिन तक लगातार 1-3 पैसे की कटौती की थी। गुजरात में 14 दिसंबर 2017 को विधानसभा चुनाव हुए थे। वहां भी वोटिंग के बाद तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए।