क्या मोबाइल फोन के जरिए यूपी विधानसभा में पहुंचा विस्फोटक पीईटीएन?
पीईटीएन यानि पेनाटेरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट ऐसा विस्फोटक है जिसकी पहचान करना काफी मुश्किल होता है। इसे मेटल डिटेक्टकर और स्निफर डॉग के जरिए नहीं पकड़ा जा सकता है।
लखनऊ। यूपी विधानसभा में खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। सरकार से लेकर सुरक्षा एजेंसियां सभी इस मामले की गंभीरता से जांच में जुटी हुई हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर यूपी विधानसभा में ये विस्फोटक कैसे पहुंचा, इसको लेकर तफ्तीश का दौर जारी है। इस बीच विस्फोटक पीईटीएन के बारे में पता चला है कि ये ऐसा सुरक्षित विस्फोटक है जिसे मोबाइल फोन के जरिए ले जाया जा सकता है। इसे मोबाइल के जरिए ही संचालित भी किया जा सकता है।
यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने का मामला
बेहद खतरनाक है ये विस्फोटक
पीईटीएन यानि पेनाटेरीथ्रीटोल टेट्रानाइट्रेट विस्फोटक बेहद सुरक्षित और स्थायी होता है जिसकी वजह से इसे कहीं भी आसानी से लेकर जा सकते हैं। पीईटीएन को मोबाइल फोन के जरिए भी नियंत्रित किया जा सकता है। पीईटीएन एक खतरनाक विस्फोटक तो होता ही है, इसे और खतरनाक बनाने के लिए इसमें ट्राइ-नाइट्रो टालुइन (टीएनटी) का इस्तेमाल किया जाता है। आरडीएक्स का इस्तेमाल करने के बाद इसका इस्तेमाल युद्ध और ग्रेनेड्स में भी किया जाता है।
मेटल डिटेक्टर से भी नहीं पकड़ा जा सकता ये विस्फोटक
यूपी की विधानसभा में जो विस्फोटक पाया गया इसे कई और नाम से भी जाना जता है, पीईटीएन मुख्य रूप को जर्मन भाषा में नेट्रोपेंटा कहा जाता है, जबकि इसके अलावा भी इसे कई अन्य नामों PENT, PENTA, TEN, corpent, penthrite आदि नामों से भी जाना जाता है। ऐसा विस्फोटक है जिसकी पहचान करना काफी मुश्किल होता है। इसे मेटल डिटेक्टर और स्निफर डॉग के जरिए नहीं पकड़ा जा सकता है।
किसी भी कार के परखच्चे उड़ा सकता है 100 ग्राम पीईटीएन
इस विस्फोटक की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 100 ग्राम पीईटीएन किसी भी कार के परखच्चे उड़ा सकता है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन के भीतर कहा कि 500 ग्राम पीईटीएन पूरे विधानसभा को उड़ाने में सक्षम है। ऐसे में इस विस्फोटक के सदन के भीतर मिलने से हर तरफ खौफ का माहौल है।
अलकायदा करता रहा है इस विस्फोटक का इस्तेमाल
इस विस्फोटक की पहचान करना और सुरक्षा उपकरणों की जद में नहीं आना ही इसे और भी खतरनाक बनाता है और यही वजह है कि आतंकियों का यह काफी पसंदीदा विस्फोटक है। अधिकतर आतंकी इस विस्फोटक का ही इस्तेमाल तमाम घटनाओं को अंजाम देने के लिए करते हैं। पीईटीएन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल आतंकी संगठन अलकायदा करता रहा है। वह अलग-अलग जगह पर धमाकों में इसका इस्तेमाल कर चुका है।
आरडीएक्स के साथ इस्तेमाल से और भी होता है खतरनाक
पीईटीएन विस्पोटक सफेद रंग का होता है और यह पाउडर की तरह होता है, इस विस्फोटक की खरीद-फरोख्त पर कई देशों ने नियम काफी सख्त हैं, इसे सिर्फ सेना इस्तेमाल करती है। इसका इस्तेमाल खदान में विस्फोट के लिए भी किया जाता है, इसक जरिए विस्फोट करने के लिए डेटोनेटर की जरूरत होती है। इस विस्फोटक से जमीन के भीतर कंपन और गर्म हवा भी तैयार की जा सकती है। वर्ष 2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के दौरान भी इसी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।