मुश्किल में सैफ अली खान और उनकी फिल्म 'आदिपुरुष', इन आरोपों के साथ कोर्ट में याचिका हुई दाखिल
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान की आने वाली फिल्म 'आदिपुरुष' रिलीज होने से पहले ही विवादों में आ गई है। अब इस फिल्म और सैफ के खिलाफ कोर्ट में एक याचिका दायर हुई है। जिसकी सुनवाई 23 दिसंबर को होगी। इस याचिका में सैफ अली खान और फिल्म पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले सैफ के इंटरव्यू पर बवाल हुआ था। जिसके बाद उन्होंने माफी मांगी थी।
यूपी के जौनपुर में हुआ केस
जानकारी के मुताबिक सिविल कोर्ट जौनपुर (यूपी) के वकील हिमांशु श्रीवास्तव ने वकील उपेंद्र विक्रम सिंह के माध्यम से धारा 156 (3) के तहत एक याचिका दायर करवाई है। याचिकाकर्ता के मुताबिक उनकी आस्था सनातन धर्म में है। इस धर्म में भगवान राम को अच्छाई और रावण को बुराई का प्रतीक माना गया है। अब भगवान राम पर ही सैफ की फिल्म 'आदिपुरुष' आ रही है। सैफ ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि लक्ष्मण जी ने रावण की बहन की नाक काटी, इस वजह से रावण ने भी सीता माता का हरण कर लिया। ऐसे में वो गलत नहीं था।
'फिल्म में सनातन धर्म का नकारात्मक चित्रण'
याचिकाकर्ता ने आगे कहा- 'सैफ ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि उनकी फिल्म के जरिए रावण की अच्छाई और बुराई दोनों को दिखाया जाएगा। ऐसे में सैफ के इंटरव्यू से साफ होता है कि वो इस फिल्म के जरिए सनातन धर्म में विश्वास का नकारात्मक चित्रण करने वाले हैं"। उन्होंने विनोद श्रीवास्तव, अजीत सिंह, बृजेश निषाद, नीलेश निषाद, सूर्य प्रकाश सिंह और विवेक तिवारी को इस केस में गवाह के तौर पर पेश किया है, जिन्होंने इंटरनेट और टीवी पर सैफ के इंटरव्यू को देखा, जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
माफी के साथ सैफ ने कही थीं ये बातें
सैफ अली के इंटरव्यू के बाद विवाद बढ़ गया था। साथ ही कई राजनीतिक संगठनों ने उन्हें आस्था से छेड़छाड़ ना करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद सैफ अली खान ने अपने बयान पर माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मेरे इंटरव्यू के दौरान दिए गए एक बयान ने विवाद को जन्म दिया है और इससे लोगों की भावनाओं को तकलीफ पहुंची है। मेरा ऐसा करने का कोई इरादा नहीं था। मैं सभी से इस बात के लिए माफी मांगता हूं और अपना बयान वापस लेता हूं। सैफ ने आगे कहा कि भगवान राम हमेशा मेरे लिए न्याय और नायकत्व के प्रतीक रहे हैं। आदिपुरुष बुराई पर अच्छाई की जीत पर आधारित है और पूरी टीम इस महागाथा को बिना तोड़े-मरोड़े प्रस्तुत करने के लिए काम कर रही है।