PETA India:रक्षा बंधन पर 'चमड़ा मुक्त' बनने की अपील, सोशल मीडिया ने धो डाला
नई दिल्ली- रक्षा बंधन पर्व के नाम पर विवादास्पद पोस्टर लगाकर प्रचार करने की वजह से 'पेटा इंडिया' एकबार फिर से विवादों में है। दरअसल, पेटा इंडिया ने एक गाय की तस्वीर के साथ बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगावाए हैं, जिसपर लिखा गया है कि 'इस रक्षा बंधन, कृपया मेरी रक्षा करो: चमड़ा-मुक्त बनो।' अब लोग पेटा इंडिया से पूछ रहे हैं कि ऐसा बे-सिर-पैर वाला पोस्टर लगाने का क्या मतलब है। क्योंकि, ऐसा पहलीबार नहीं हुआ है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि ऐसे कई मौके आए हैं, जब पेटा इंडिया ने अधूरी जानकारी या कथित तौर पर जानबूझकर पर्व-त्योहारों के मौके पर इस तरह से विवाद खड़ा करने की कोशिश की है। गौरतलब है कि एकबार जन्माष्टमी के मौके पर पेटा ने शाकाहारी घी खाने की अपील करके बहुत बड़ा विवाद पैदा कर दिया था। ऐसे कई मौके आए हैं, जब यह संगठन विवादों में पड़ा और उसकी गतिविधियों को शक की नजरों से देखा गया है।
पीपुल्स फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) खुद के जानवरों की रक्षा के लिए लड़ने वाला संगठन बताता है। लेकिन, हाल में ऐसे कई मौके आए हैं, जब उसके इंडिया चैप्टर की हरकतों की वजह से विवाद सामने आए हैं। इसी कड़ी में इसबार पेटा इंडिया ने रक्षा बंधन जैसे त्योहार को गाय की रक्षा से जोर दिया है। इस संगठन ने लोगों से अपील की है कि 'चमड़ा-मुक्त बनो।' अब सोशल मीडिया पर पेटा से यही सवाल किया जा रहा है कि राखी के त्योहार का चमड़े से क्या लेना-देना? सबसे बड़ी बात कि बिना राखी के सही जानकारी के इस संगठन ने यह बिलबोर्ड अहमदाबाद, भोपाल, चंडीगढ़,जयपुर,कानपुर,पटना और पुणे जैसे तमाम शहरों में महत्वपर्ण जगहों पर लगा दिए हैं। जाहिर है कि जो भी इस बिलबोर्ड देखता है, वह परेशान हो जा रहा है कि आखिर पेटा को जब मालूम नहीं है तो ऐसा क्यों किया जाता है।
Um because the Rakhis are made of leather? Yes let's go leather free, but why pick a festival which has nothing to do with killing of any animal?
— TD (@akshaydevkar_) July 15, 2020
It seems that @PetaIndia gets up from the sleep only at the time of hindu festivals, and where have you seen people wearing leather rakhis?? We don't even eat meat or eggs on the auspicious day of Rakhsbandhan.
— Himanshu Vishnani (@HVishnani) July 15, 2020
सोशल मीडिया पर उससे यही पूछा जा रहा है कि, 'आपका मतलब की राखियां चमड़े से बनती हैं? एक त्योहार को क्यों चुना, जिसका जानवरों की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है।' एक यूजर ने लिखा है कि, 'ऐसा लगता है कि पेटा इंडिया तभी नींद से जागता है, जब हिंदुओं का कोई त्योहार आता है और तुमने कहां देखा है लोगों को चमड़े की राखी पहनते हुए?? रक्षा बंधन के पवित्र त्योहार पर तो हम मीट या अंडे भी नहीं खाते।'
Krishna is the protector of Cow. His name is Govind, Gopal : meaning the one who loves & care for cow. Don't teach Hindus how to love cow. We will use Cow's milk & Cow's ghee only without harming them. Don't lecture us. Anti-Hindu organization. #Janmashtami2018 @KrishnaDharma
— Vikash Patel (@modified_vikash) September 2, 2018
Krishna is the protector of Cow. His name is Govind, Gopal : meaning the one who loves & care for cow. Don't teach Hindus how to love cow. We will use Cow's milk & Cow's ghee only without harming them. Don't lecture us. Anti-Hindu organization. #Janmashtami2018 @KrishnaDharma
— Vikash Patel (@modified_vikash) September 2, 2018
इससे पहले जन्माष्टमी जैसे त्योहार पर भी विवादित ट्वीट करके पेटा फंस चुका है और उसकी खूब आलोचना हो चुकी है।