लॉकडाउन के बीच फंसे 193 पाकिस्तानियों को स्वदेश लौटने की अनुमति दी गई
नई दिल्ली। Covid-19 प्रेरित लॉकडाउन में भारत में फंसे 193 पाकिस्तानी नागरिकों को केंद्र सरकार ने अगले हफ्ते अटारी-वाघा क्रॉसिंग से बाहर निकलने की अनुमति प्रदान की है। विदेश मंत्रालय ने राज्य पुलिस प्रमुखों से उनके यात्रा प्रबंध की सुविधा मुहैया कराने को कहा है।
पाकिस्तानी नागरिकों को मंगलवार 5 मई की सुबह अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचने के लिए कहा गया है, जहां सीमा चौकी और आवर्जन पर उनके पाकिस्तान वापसी की औपचारिकता की शुरू होगी। मामले से वाकिफ लोगों ने कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग ने भारत से देश के विभिन्न हिस्सों से अपने नागरिकों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने में मदद करने का अनुरोध किया था।
9 थाईलैंड नागरिक समेत 12 तब्लीगी जमात के सदस्यों को भेज दिया गया जेल
गौरतलब है Covid-19 लॉकडाउन के बीच देश से बाहर निकलने वाले पाकिस्तानी नागरिकों का यह दूसरा बड़ा समूह है। अप्रैल में पाकिस्तान लौटने वाला अंतिम समूह बहुत छोटा था और इसमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल थे।
मंगलवार को किए गए प्रत्यावर्तन अभ्यास में करीब 10 राज्यों के 25 जिलों में फंसे 193 पाकिस्तानी नागिरक शामिल हैं, जो महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में मौजूद थे।
घटिया चीनी रैपिड टेस्ट किट पर उठे सवाल तो घुटनों पर आया चीन, अब भारत से किया यह आग्रह!
बताया जाता है इनमें से अधिकांश शनिवार या रविवार को पंजाब के अटारी के लिए अपनी सड़क यात्रा शुरू करेंगे और उनमें से कुछ अगले दो दिनों के लिए सड़क पर होंगे। उनमें से एक छोटा समूह रविवार सुबह बंगाल के कोलकाता से 1,700 किलोमीटर की सड़क यात्रा शुरू करेगा।
राज्य सरकारों को प्रेषित सूचना में विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने कहा, "यह अनुरोध किया जाता है कि पाकिस्तान के सभी नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों और मौजूदा भारत सरकार के प्रावधानों के अनुसार जांच की जा सकती है और केवल विषम व्यक्तियों को वापस जाने की अनुमति दी जा सकती है।
लॉकडाउन आगे खिंचता है तो कोरोनावायरस से ज्यादा भूख लोगों को मार डालेगी: नारायण मूर्ति
उल्लेखनीय है मार्च में अटारी-वाघा क्रॉसिंग पर कुछ सीमा शुल्क अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों को पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्टों के बाद आइसोलेशन में रखा गया था, क्योंकि विशेष मामले के रूप में सीमा पार करने के लिए जिन पांच-सदस्यीय समूह को सीमा पार करने की अनुमति दी गई थी, उनमें से दो का टेस्ट पॉजिटिव आया था।
अप्रैल में फिर से 41 पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी के बाद इसी तरह की रिपोर्ट सामने आने के बाद सीमा पर तैनात कुछ अधिकारियों को फिर से आइसोलेनश में रखा गया था। हालांकि सरकारी अधिकारी बताया हैं कि किसी व्यक्ति की Covid -19 स्थिति का निर्धारण के लिए स्वास्थ्य जांच पर्याप्त नहीं है।
Covid19: दांंव पर है दुनिया भर में 160 करोड़ लोगों की नौकरी: संयुक्त राष्ट्र श्रम निकाय