सोशल: गुरमीत राम रहीम सिंह पर लोग बोले, रेप करना कैसी समाजसेवा
गुरमीत राम रहीम सिंह को सज़ा पर सोशल मीडिया में चर्चा
बलात्कार के मामले में दोषी क़रार दिए गए गुरमीत राम रहीम सिंह को 10 साल की सज़ा सुनाई गई है.
हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल के अंदर लगी विशेष अदालत में जज जगदीप सिंह ने उन्हें सज़ा सुनाई.
इससे पहले 25 अगस्त को पंचकुला में सीबीआई की विशेष अदालत ने गुरमीत राम रहीम सिंह को साल 2002 में दो महिलाओं से बलात्कार का दोषी माना था.
रोहतक: गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार मामले में 10 साल की सज़ा
सोशल मीडिया पर गुरमीत राम रहीम सिंह शीर्ष ट्रेंड में शामिल रहा और लोग इस फ़ैसले पर अपनी-अपनी राय ज़ाहिर कर रहे हैं.
सर रवींद्र जडेजा हैंडल से लिखा गया है, ''राम रहीम सोशल वर्कर हैं इसलिए जज को थोड़ा नरम होना चाहिए. क्या बकवास है ये? सोशल वर्क आपको रेप करने का अधिकार नहीं देता.''
सिरसा: डेरे के भीतर गुस्सा और डर भी
आर्ची लिखती हैं कि रेपिस्ट बाबा रो रहा था, दया की भीख मांग रहा था, हटने को राज़ी नहीं था. उसे ज़बरदस्ती खींचकर ले जाना पड़ा.
कुमार अभि ने ट्वीट करके अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है. वो लिखते हैं कि वह सिर्फ़ रेपिस्ट नहीं है. वह हरियाणा में हुई सैकड़ों मौतों का ज़िम्मेदार भी है.
कौशिक ने बाबा के नाम के पांच भागों में बांटा है और सज़ा का बंटवारा किया है.
नूरिया लिखती हैं कि आश्चर्य की बात है कि रेप कब से सोशल वर्क की श्रेणी में आ गया?