छिनी मंदिर की जगह तो धरने पर खुद बैठे 'भगवान'
अपनी मांग मंगवाने के लिए लोग भगवान के पास जाते हैं। वो उनसे प्रार्थना करते है कि उनकी मांग, मनोकामना पूरी कर ली जाए लेकिन यहां तो अपनी मांग मंगवाने खुद भगवान को धरने पर बैठना पड़ गया। जी हां! उत्तर प्रदेश के झांसी में खुद भगवान धरने पर बैठ गए हैं ताकि उनकी मांग पूरी हो।
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झांसी। अपनी मांग मंगवाने के लिए लोग भगवान के पास जाते हैं। वो उनसे प्रार्थना करते है कि उनकी मांग, मनोकामना पूरी कर ली जाए लेकिन यहां तो अपनी मांग मंगवाने खुद भगवान को धरने पर बैठना पड़ गया। जी हां! उत्तर प्रदेश के झांसी में खुद भगवान धरने पर बैठ गए हैं ताकि उनकी मांग पूरी हो। झांसी में लोग भगवान ठाकुर की प्रतिमा लेकर उपजिलाधिकारी के ऑफिस के बाहर विरोध में धरने पर बैठ गए हैं।
पुजारी के जाने से मंदिर में बंद हुई पूजा-अर्चना
उत्तर प्रदेश के झांसी के मऊरानीपुर में रोरा गांव में भगवान धरने पर बैठ गए हैं। हुआ यूं कि गांव में ठाकुर भगवान का एक मंदिर है। इस मंदिर के पुजारी ने 6 महीने पहले एक महिला सुधा रानी को मंदिर की जमीन बेच दी। जमीन बेचने के बाद वो गायब हो गया, जिसके कारण मंदिर में पूजा-अर्चना बंद हो गई। अब मंदिर में कोई पुजारी नहीं है जिससे ठाकुर भगवान की पूजा नहीं हो पा रही है।
उप-जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर बैठे धरने पर
पूजा-अर्चना बंद होने से गांव के लोगों में काफी गुस्सा है। गांव के लोगों का कहना है कि सुधा रानी वे जबरदस्ती पुजारी से मंजिर की जमीन की रजिस्ट्री करा ली और फिर पुजारी को भगा दिया। गांववालों ने तहसीलदार पर रिश्वत लेकर जमीन लिखवाने का आरोप लगाया है। इन सभी कारणों से गुस्साए गांववाले भगवान ठाकुर की मूर्ती लेकर उप-जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
'भगवान की जमीन वापस हो'
गांववालों का कहना है कि मंदिर में पुजारी न होने के कारण पूरा-अर्चना बंद हो गई है और उनके रहने के लिए कोई जगह नहीं बची। इसलिए गांववाले मूर्ति और मंदिर की चाबी सौंपने ऑफिस के बाहर बैठ गए। गांववालों की मांग है कि भगवान को उनकी जमीन वापस की जाए। उप-जिलाधिकारी वान्या सिंह ने गांववालों को आश्वासन दिया है कि नियमों के अनुसार जमीन वापसी की कार्रवाई की जाएगी।
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