दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अब यूपी-हरियाणा के लोगों को इलाज के लिए देनी होगी फीस
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार सरकारी अस्पतालों में होने वाली भारी भीड़ पर काबू करने के लिए एक नया फॉर्मूला लेकर आई है। सरकारी अस्पतालों में भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए केजरीवाल सरकार ने एक बेहद ही कारगर उपाय खोजा है। एनडीटीवी के मुताबिक, दिल्ली सरकार जल्द ही सरकारी अस्पतालों में फीस लेनी शुरु करने वाली है। यह फीस दिल्ली से बाहर के निवासियों (दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहरों के लोग) से ली जाएगी। जबकि दिल्ली के निवासी फ्री में इलाज करा सकेंगे। दिल्ली के जो नागरिक मरीज के तौर पर आएंगे उनका पैसा दिल्ली सरकार देगी।
दिल्ली वालों के इलाज का पैसे मैं दे दूंगा
सरकार का मानना है कि इस नई व्यवस्था से सरकारी अस्पतालों में भीड़ पर काबू पाया जा सकता है। एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, मैंने तो डॉक्टर साहब से कहा है कि आप इलाज के लिए फीस लेना शुरु कर दें। दिल्ली वालों के इलाज का पैसे मैं दे दूंगा, जिस राज्य से जो आए वह दे दे। आप मजे से उनका इलाज करो। जैन ने कहा कि, दूसरे राज्य के अस्पताल उनको दिल्ली इलाज के लिए इसलिए भेज रहे हैं क्योंकि, वहां की सरकारें अपने अस्पतालों में सुविधाएं नहीं दे रही हैं।
दिल्ली के अस्पतालों में इलाज सस्ता है
वहां की सरकारें अपने यहां सुविधाएं देती नहीं है और डाक्टर इलाज के लिए यहां भेज देते हैं। उनकी सरकार की जिम्मेदारी है कि या तो नए अस्पताल खोलें इलाज करें और अगर नहीं करते तो मोहता साहब (डॉ अनूप मोहता, निदेशक, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय) को फीस दें। हालांकि सत्येंद्र जैन का कहना है कि ऐसा होने पर भी प्राइवेट के मुकाबले फिर भी यहां पैसा कम ही लगेगा जो इलाज प्राइवेट में एक लाख रुपये का होता है उसके यहां पर 10 से 20 हज़ार रुपये लग जाएंगे।
अधिकतर अस्पतालों की ओपीडी में दिल्ली वालों को आरक्षण मिलेगा
आपको बता दें कि केजरीवाल सरकार इस ओर अधिक ध्यान दे रही है कि, दिल्ली सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाएं दिल्लीवासियों के पास अधिक से अधिक पहुंचें। इसलिए सरकार कई नियमों में बदलाव भी कर रही है। दिल्ली सरकार ने सबसे पहले अपने सबसे अहम अस्पताल जीबी पंत अस्पताल में 50 फ़ीसदी बेड दिल्ली वालों के लिए आरक्षित किए हैं। वहीं अधिकतर अस्पतालों की ओपीडी में दिल्ली वालों को आरक्षण मिलता है।
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