कश्मीर में श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम में लगे आजादी के नारे
नई दिल्ली। ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के जम्मू कश्मीर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आजादी के नारे लगाए गए। उनके कार्यक्रम के बीच में से कई लोग उठ कर चले गए। लोगों का आरोप था कि उन्हें यहां चालाकी से लाया गया था। श्री श्री रवि शंकर शेर ए कश्मीरी इंटरनेशनल कॉफ्रेंस सेंटर लॉन में पैगाम ए मोहब्बत कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। इसी दौरान लोग यहां से जाने लगे और आजादी के नारे लगाने लगे। जिसकी वजह से श्री श्री को अपना भाषण रोकना पड़ा।
लोगों का आरोप था कि उन्हें यह नहीं पता था कि यहां श्री श्री रविशंकर बोलेंगे, उन्हें कुछ और कहकर इस कार्यक्रम में बुलाया गया था। पांथा चौक इलाके से आए युवाओं के गुट ने कहा कि हम यहां सुबह-सुबह पहुंच गए थे, हमे यह बताया गया था कि हमे यहां नौकरी दी जाएगी, यहां कुछ मैनेजमेंट कंपनी ट्रेनिंग देंगी। वहीं सेंट्रल कश्मीर के बड़गांव से आए कुछ लोगों का कहना था कि उन्हें यह बताया गया था यहां कुछ धार्मिक गुरु इस्लाम पर बोलेंगे।
लोगों का कहना था कि अगर हमे पता होता कि यहां श्री श्री बोलेंगे तो हम यहां नहीं आते, हमे आयोजकों ने गलत जानकारी देकर यहां लाया गया था। स्कूल के बच्चों से यह वायदा किया गया था कि उन्हें क्रिकेट किट दी जाएगी। बारामूला से आए जावेद अहमद ने बताया कि हमसे यह वायदा किया गया था कि हमे पैसा और क्रिकेट किट दी जाएगी। लेकिन हमे एक गिलास पानी के अलावा कुछ नहीं दिया गया।
वहीं इस पूरे प्रकरण पर श्री श्री ने कहा कि यहां मुझे इन लोगों ने बुलाया था, नाकि मैने लोगों को बुलाया था, लेकिन मैं यहां लोगों की बात को सुनुंगा, वो जो भी कहेंगे उनकी बात को मैं सुनुंगा। इससे पहले श्री श्री ने कश्मीर को एशिया का स्विट्जरलैंड बताया था। उन्होंने कहा कि मैं यहां खूबसूरती का माहौल देखना चाहता हूं, यहां शांति और प्यार देखना चाहता हूं, लोग एक साथ मिलकर काम करें। अगर हम हमेशा भूतकाल के बारे में सोचेंगे तो हम हमेशा दुखी रहेंगे। हमे एक साथ मिलकर काम करना चाहिए।