VIDEO: समलैंगिकता पर फैसला आने के बाद जश्न में डूबे LGBT समुदाय के लोग
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को समलैंगिक संबंधों को लेकर एक एतिहासिक फैसला सुनाया है। सर्वोच्च अदालत ने माना कि आपसी सहमति के दो बलिगों के बीच शारीरिक संबंध बनाना अपराध नहीं है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने एक मत से सुनाए गए फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस ने फैसला पढ़ते हुए विलियम शेक्सपियर को भी कोट किया। कोर्ट में फैसला सुनाए जाते वक्त वहां मौजूद तमाम लोग भावुक हो गए, कुछ तो रोने भी लगे।
कई शहरों में लोग सुप्रीम कोर्ट के धारा 377 को निरस्त करने के फैसले के बाद जश्न मना रहे हैं। समलैंगिकता को कानूनी तौर पर जायज़ ठहराने तथा IPC की धारा 377 को निरस्त करने के बाद चेन्नई और मुंबई में एलजीबीटी समुदाय के लोगों ने जश्न मनाया। अपने पक्ष में फैसला आने के बाद कुछ लोग भावुक होकर रोने लगे। वहीं चन्नई में लोगों ने केक काटकर कोर्ट फैसले का स्वागत किया।
फैसला सुनाते हुए अपने फैसले में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा कि जजों ने कहा कि संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था में परिवर्तन जरूरी है। जीवन का अधिकार मानवीय अधिकार है। इस अधिकार के बिना बाकी अधिकार औचित्यहीन हैं। कोर्ट ने अपने फैसले में सेक्शुअल ओरिएंटेशन बायलॉजिकल बताया है। कोर्ट का कहना है कि इस पर किसी भी तरह की रोक संवैधानिक अधिकार का हनन है।