क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

'एयर स्ट्राइक में मारे गए कितने आतंकी, लोगों को जानने का अधिकार'

Google Oneindia News

नई दिल्ली। पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायु सेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर सियासत गरमाई हुई है। वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी कहा है कि भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर हुए हवाई हमले में मारे गए लोगों की संख्या जानने का अधिकार है। इस जानकारी का खुलासा करने से सशस्त्र बलों का मनोबल कम नहीं होगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है कि हवाई हमले पर चर्चा आगामी लोकसभा चुनावों तक चलती रहेगी। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले से पहले विपक्ष की ओर से उठाए गए ज्वलंत मुद्दे अब ठंडे बस्ते में चले गए हैं।

'सामना' में संपादकीय लिखकर शिवसेना ने बीजेपी से किया सवाल

'सामना' में संपादकीय लिखकर शिवसेना ने बीजेपी से किया सवाल

बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा, "देशवासियों को यह जानने का अधिकार है कि सुरक्षा बलों ने दुश्मन को कितना और किस तरह का नुकसान पहुंचाया है। हमें नहीं लगता कि यह पूछने से हमारे सेनाओं का मनोबल कम हो जाएगा।" बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक में हताहतों की संख्या कितनी थी, इसको लेकर कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं आया है। इसी को लेकर कांग्रेस समेत अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेता सवाल उठा रहे हैं।

<strong>इसे भी पढ़ें:- अब स्कूल में पढ़ाई जाएगी विंग कमांडर अभिनंदन की शौर्य गाथा</strong>इसे भी पढ़ें:- अब स्कूल में पढ़ाई जाएगी विंग कमांडर अभिनंदन की शौर्य गाथा

शिवसेना ने पूछा- पुलवामा में 300 किलोग्राम आरडीएक्स कहां से आया?

शिवसेना ने पूछा- पुलवामा में 300 किलोग्राम आरडीएक्स कहां से आया?

बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी अब इस पर आवाज बुलंद की है। शिवसेना ने 'सामना' में लिखे संपादकीय में सवाल उठाया, "पुलवामा हमले में इस्तेमाल किया गया 300 किलोग्राम आरडीएक्स कहां से आया? आतंकी शिविरों पर किए गए हवाई हमलों में कितने आतंकवादी मारे गए? इन पर चर्चा चुनाव के अंतिम दिनों तक होती रहेगी क्योंकि पुलवामा हमले से पहले महंगाई, बेरोजगारी और राफेल विमान सौदा विपक्ष के लिए ज्वलंत मुद्दे थे।" हालांकि इन मुद्दों पर मोदी सरकार का 'बम' गिर गया है। जिसकी वजह से राम मंदिर निर्माण, आर्टिकल 370 और किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दे खाक हो गए।

एयर स्ट्राइक पर गरमाई सियासत

एयर स्ट्राइक पर गरमाई सियासत

बता दें कि वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सवाल उठाए हैं। कमलनाथ ने सरकार से एयर स्ट्राइक के सबूत जारी करने को कहा है। कमलनाथ ने कहा- एयर स्ट्राइक को किस रूप में अंजाम दिया गया है उसे जनता के सामने लना चाहिए। कमलनाथ ने ये भी कहा कि वायुसेना अध्यक्ष ने कहा था कि हम टारगेट तय करते हैं और हमारा टारगेट सफल रहा है।

<strong>इसे भी पढ़ें:- पाकिस्तान ने नहीं खोला गेट, 'राह-ए-मिलन' बस के यात्रियों को लौटना पड़ा वापस </strong>इसे भी पढ़ें:- पाकिस्तान ने नहीं खोला गेट, 'राह-ए-मिलन' बस के यात्रियों को लौटना पड़ा वापस

Comments
English summary
People have right to know casualties in IAF air strikes, says Shiv Sena
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X