छत्तीसगढ़: डेंगू के कहर से अब तक 40 लोगों की मौत, दहशत में जी रहे लोग
रायपुर। छत्तीसगढ़ में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन डेंगू के मरीजों की बढ़ रही जनसंख्या ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है। डेंगू की वजह से दुर्ग में आज फिर एक महिला ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद डेंगू से मौत का आंकड़ा बढ़कर 40 पहुंच गया है। डेंगू का सबसे ज्यादा प्रकोप दुर्ग जिले में हैं, जहां सबसे अधिक मौते हुई हैं। इन सब घटनाओं के बावजूद स्वास्थ मंत्री करीब का दुर्ग दौरा 30 दिन बाद हुआ। उन्होंने कहा था कि प्रशासन पूरी तरह डेंगू से निपटने के लिए काम कर रहा है लेकिन हकीकत ये है कि अभी तक डेंगू की जांच की तक सही व्यवस्था नहीं हो सकी है।
भिलाई में फिर एक महिला की मौत
भिलाई में डेंगू से फिर एक महिला की मौत हो गई। भिलाई में डेंगू से मौत का आंकड़ा 37 और प्रदेश में 40 पहुंच गया है। बालोद, बेमेतरा, महासमुंद और जांजगीर-चांपा जिले में डेंगू से एक-एक मौत हो चुकी है। खुर्सीपार निवासी सुषमा पत्नी श्रवण कुमार तिवारी को गंभीर हालत में 25 अगस्त को दुर्ग जिला अस्पताल लाया गया था। उसे पांच दिन से बुखार, पेट में दर्द, सीने में दर्द व उल्टी की शिकायत थी। शरीर पर लाल चकत्ते के निशान थे। जांच के दौरान एनएच-1 व आइजीएम पॉजीटिव पाया गया था। प्लेटलेट 7000 से भी कम था।
हाल ही मिले मरीज
प्रदेश में डेंगू का प्रकोप इतना है कि हर दिन अस्पतालों में 10-20 नए मरीज आ रहे हैं, अभी तक 74 नए मरीज सामने आ चुके हैं, 312 मरीज अस्पतालों में भर्ती है। 174 शिविर का आयोजन किया स्वास्थ्य विभाग ने। 19 मरीजों के अंदर डेंगू के गंभीर लक्ष्ण पाए गए हैं व 270 से ज्यादा मरीजों को अब तक रेफर किया जा चुका है।
मौत के बाद इलाके में दहशत है, राजधानी रायपुर में कुल 21 डेंगू मरीज होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में 1848 डेंगू के संभावित मरीज हैं। जिसमें से दुर्ग में 37 से ज्यादा मरीजों की मौते हो चुकी है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग यह आंकड़ा मानने को ही तैयार नहीं है। आलम ये है कि लोगों में शासन के इस तरह के रवैए से भारी नाराजगी है।
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