सभी आरोपियों के बरी होने के बाद क्या बोलीं पहलू खान की पत्नी?
नई दिल्ली। राजस्थान के अलवर जिले के बहुचर्चित पहलू खान मॉब लिंचिंग केस में स्थानीय अदालत ने सभी 6 आरोपियों को बरी कर दिया था। अलवर कोर्ट के इस फैसले से पहलू खान की पत्नी हैरान हैं। हालांकि, पहलू खान के बेटे इरशाद का कहना है कि न्याय को लेकर अभी परिवार की उम्मीदें खत्म नहीं हैं। बता दें कि गो तस्करी के आरोप में साल 2017 में पहलू खान की कथित गो-रक्षकों ने पिटाई की थी, भीड़ द्वारा पिटाई से गंभीर रूप से घायल पहलू खान की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गयी थी।
इस फैसले से मैं स्तब्ध था- इरशाद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को बारिश और भारी ट्रैफिक में फंसने के कारण पहलू खान के बेटे इरशाद देर से अदालत पहुंचे थे। कोर्ट पहुंचने पर उनके वकील ने इरशाद को बताया कि पहलू खान की हत्या के मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है। इरशाद का कहना है, ' इस फैसले से मैं स्तब्ध था, लेकिन खुद को संभाला ताकि मैं अपनी मां जयबुना को फोन कर सकूं।' जयबुना मेवात के जयसिंहपुर गांव में परिवार के साथ केस में आने वाले फैसले का इंतजार कर रही थीं।
मेरा दिल टूट गया- पहलू खान की पत्नी
जयबुना ने कहा, ' मैं इरशाद के जाने के बाद फोन के पास बैठी और अदालत के फैसले का इंतजार कर रही थी। लेकिन इरशाद ने फोन करके बताया कि सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है, तो मेरा दिल टूट गया।' जयबुना ने कहा कि सभी लोग परेशान हैं क्योंकि अदालत से ही न्याय की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी तरह 1 अप्रैल को 2017 को आए एक अन्य फोन कॉल ने जयबुना की जिंदगी बदल दी थी। उस वक्त पहलू खान और उनके बेटों पर हमले की खबर आई थी।
कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को किया बरी
एक अप्रैल 2017 को एनएच-8 पर बहरोड़ के निकट से पहलू खान पिकअप में गोवंश लेकर जा रहे थे। गोकशी के शक में भीड़ ने उनके वाहन का पीछा उसे रुकवाया। इसके बाद भीड़ ने बहरोड़ हाइवे पर ही पिकअप में सवार हरियाणा के जयसिंहपुर निवासी पहलू खान और उसके बेटों के साथ मारपीट की थी। मारपीट में गंभीर रूप से घायल पहलू खान की अस्पताल में इलाज के दौरान 4 अप्रैल 2017 को मौत हो गई थी। इस घटना के बाद देश की सियासत गरमा गई थी और भीड़ द्वारा हिंसा के मामले को लेकर विपक्ष ने तब की राजस्थान की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था।