बिहार: चमकी पीड़ितों की मदद के लिए जनाधिकार छात्र परिषद ने किया बूट पॉलिश
पटना। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जन अधिकार छात्र परिषद द्वारा राजधानी पटना के कारगिल चौक पर मुजफ्फरपुर और कई अन्य जिलो में फैले महामारी के कारण मृत बच्चों को लेकर सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया गया। जनाधिकार छात्र परिषद के छात्रों ने नारा दिया-योग नहीं जीवन बचाना जरूरी है. छात्रों का कहना है कि बिहार चमकी बुखार से कराह है, ऐसे में योग के नाम पर करोड़ो रुपए खर्च करने की क्या आवश्यकता है? हमारे राज्य के मासूम बच्चे जिंदगी-मौत के बीच जूझ रहे हैं और हमारी सरकारें योग के नाम पर करोड़ों रुपए बर्बाद कर रही हैं। सरकारों के विरोध में छात्रों ने बूट पॉलिश किया।
जनाधिकार छात्र परिषद पप्पू यादव की पार्टी से जुड़ी हुई है। इस परिषद के छात्रों ने बूट पॉलिश करते वक्त पीछे पप्पू यादव का एक पोस्टर भी लगाया हुआ था जिस पर लिखा था-पढ़ेगा बिहार, बढ़ेगा बिहार। जनाधिकार छात्र परिषद के मनीष यादव ने कहा कि सरकार योग के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है जबकि किसी भी केंद्रीय नेता को मुजफ्फरपुर जाने की फुर्सत नही है। उन्होंने कहा कि चमकी बुखार मासूमों के लाइलाज बन गया है। सब तरफ अव्यवस्था है लेकिन सरकारें ध्यान नहीं दे रही हैं।
आपको बता दें कि बिहार में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार का कहर जारी है। इससे बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरुवार को अकेले मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से 5 और बच्चों की जान चली गई। वहीं शुक्रवार को यहां 2 बच्चों की मौत की खबर है। राज्य भर में अभी तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 155 हो गई है। बिहार के 16 जिले इस लाइलाज बीमारी के चपेट में आ चुके हैं। मुजफ्फरपुर जिले में सबसे अधिक अब तक 122 मौतें हुई हैं। इसके अलावा भागलपुर, पूर्वी चंपारण, वैशाली, सीतामढ़ी और समस्तीपुर समेत अन्य जिलों से भी मौत के मामले सामने आए हैं।
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