मरीज की कोरोना से हुई मौत, अंतिम संस्कार के लिए ऑटो से ले जाया गया शव
नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने देश में हजारों लोगों की जान ले ली है। ऐसे में जिन लोगों के करीबियों की कोरोना से मौत होती है, उनके प्रति संवेदना बरतना किसी भी तंत्र की सबसे अहम जिम्मेदारी होती है। लेकिन तेलंगाना में कोरोना से मृतक के शव के ऑटो में ले जाने की तस्वीर ने मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया है। यह घटना तेलंगाना के निजामाबाद सरकारी अस्पताल की है, जहां कोरोना से मरीज की मौत हो गई, जिसके बाद मरीज के शव को ऑटोरिक्शा में रखकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। यही नहीं अस्पताल की ओर से किसी को भी इस शव की देखरेख के लिए नहीं भेजा गया जोकि काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
ऑटो में लेकर गए शव को
दरअसल 50 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद उसके शव को परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों को एंबुलेंस तक मुहैया नहीं कराई गई और अंतिम संस्कार के लिए शव को ऐसे ही परिजनों के हवाले कर दिया गया। जिसके बाद परिजन शव को ऑटोरिक्शा में अंतिम संस्काार के लिए लेकर गए। निजामाबाद सरकारी अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉक्टर नागेश्वर राव का कहना है कि मृतक के परिजन अस्पताल में काम करते हैं और शव को उनकी अपील के बाद उनके सुपुर्द किया गया था।
क्या कहा है कि अस्पताल का
डॉक्टर राव ने बताया कि रिश्तेदार शव को ऑटोरिक्शा में लेकर गए। इस दौरान अस्पताल में ही काम करने वाले व्यक्ति ने उनकी मदद की और शव को ऑटो रिक्शा में रखा और ले गए, इन लोगों ने एंबुलेंस का इंतजार नहीं किया। गौरतलब है कि मरीज को 27 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। बता दें कि देश में कोरोना संक्रमम के मामले 8 लाख को पार कर गए हैं।
रिकॉर्ड मामले आए सामने
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार पिछले 24 घंटों में 28637 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं, जबकि 551 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 849553 पहुंच गई है। अच्छी बात यह है कि इसमे से 534621 लोग जो कोरोना से संक्रमित थे वह स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। मौजूदा समय में कोरोना के कुल 292258 सक्रिय मामले हैं।