पासपोर्ट के नियमों में बड़ा बदलाव, वेरिफिकेशन के लिए अब नहीं आएगी पुलिस, ना ही जाना होगा थाने
नई दिल्ली। पासपोर्ट के लिए एड्रेस वेरिफिकेशन के नियमों में विदेश मंत्रालय ने बदलाव किए हैं। पासपोर्ट आवेदनकर्ता के एड्रेस वेरिफिकेशन के लिए पुलिस अब उसके घर पर नहीं आएगी और ना ही खुद उसको इस काम के लिए पुलिस स्टेशन जाना होगा। पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के चलते पासपोर्ट बनने में ज्यादा समय लगने और पुलिस के आवेदनकर्ता से रिश्वत लेने और परेशान करने की शिकायतों को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने नियमों में बदलाव किए हैं।
नए नियम में ये करना होगा पुलिस को
विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनने की प्रक्रिया से एड्रेस वेरिफिकेशन को हटा लिया है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि एड्रेस वेरिफिकेशन के नाम पर पुलिस उत्पीड़न करती है। नये नियमों के तहत अब पुलिस को सिर्फ इतना करना होगा कि आवेदनकर्ता का पुलिस रिकॉर्ड चेक करके रीजनल पासपोर्ट ऑफिस को बताना होगा कि उसके नाम पर क्या कोई केस दर्ज है या नहीं।
मोबाइल ऐप से पासपोर्ट के लिए करें अप्लाई
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 26 जून को पासपोर्ट अप्लाई करने के लिए मोबाइल ऐप mPassport Seva को लॉन्च किया है। स्वराज ने इस ऐप को छठें पासपोर्ट सेवा दिवस के मौकर पर जारी किया। इस ऐप की खासियत ये है कि अब आवेदक इसके जरिये देश के किसी कोने से भी पासपोर्ट अप्लाई कर सकते हैं।
mPassport Seva को लेकर लोगों में दिखा उत्साह
26 जून को पासपोर्ट सेवा मोबाइल ऐप लॉन्च किए जाने के बाद लोगों में इसको लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस ऐप को लॉन्च करने के 2 दिनों के भीतर ही 10 लाख लोगों ने इस ऐप को डाउनलोड किया है। इस ऐप की मदद से पासपोर्ट के लिए आवेदन, भुगतान , स्टेटस जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
घर बैठे मोबाइल ऐप के जरिए कैसे अप्लाई करें नया पासपोर्ट, जानिए पूरी प्रक्रिया