8 सांसदों के निलंबन पर दिग्विजय सिंह ने कहा-उप सभापति के हिटलरी व्यवहार के खिलाफ पहली बार हुआ ऐसा
8 सांसदों के निलंबन पर दिग्विजय सिंह ने कहा-उप सभापति के हिटलरी व्यवहार खिलाफ पहली बार हुआ ऐसा
नई दिल्ली। कृषि संबंधी विधेयक के विरोध में प्रदर्शन कर रहे राज्यसभा के 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। सभी आठ सांसद संसद भवन परिसर में ही रातभर धरने पर बैठे रहे। किसानों से जुड़े बिल के विरोध में राज्यसभा के सभी आठ निलंबित सांसदों ने संसद भवन परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। निलंबित सांसदों से मिलने मंगलवार सुबह राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश संसद परिसर पहुंचे हैं और उन्होंने निलंबित सांसदों को चाय पिलाई। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए सासंदों के निलंबन को खत्म करने की मांग की।
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दिग्विजय सिंह ने सांसदों के निलंबन पर ट्वीट करते हुए लिखा कि जज़्बाती सांसदों का गॉंधी जी की प्रतिमा के सामने रात भर का धरना संसद के इतिहास में पहली बार उप सभापति के हिटलरी व्यवहार के ख़िलाफ़. इंक़लाब ज़िंदाबाद। आपको बता दें कि रविवार को राज्यसभा में किसानों से जुड़े बिल पेश करने ने दौरान सांसदों ने हंगामा कर दिया और तब इन सांसदों ने डिप्टी चेयरमैन हरिवंश के पास रखे रुल बुक को कथित तौर पर फाड़ दिया। सांसदों ने माइक को तोड़ दिया। इसके बाद 8 सांसदों को पूरे संत्र के लिए नियंबित कर दिया। कांग्रेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, माकपा के इलामारम करीम, केके रागेश और AAP के संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
जज़्बाती सांसदों का गॉंधी जी की प्रतिमा के सामने रात भर का धरना संसद के इतिहास में पहली बार उप सभापति के हिटलरी व्यवहार के ख़िलाफ़।
इंक़लाब ज़िंदाबाद #KisanVirodhiNarendraModi pic.twitter.com/kgC2ZGmXq7
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 22, 2020