पापा की परी को मिली बेल, पापा राम रहीम को भी मिल सकती है पैरोल!
बेंगलुरू। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की कथित दत्तक पुत्री और राजदार हनीप्रीत जमानत मिलने के बाद आश्रम पहुंच चुकी हैं। करीब दो वर्ष बाद सिरसा सेंट्रल जेल से जमानत पर रिहा हुईं हनीप्रीत सीधे आश्रम पहुंची, जहां हनीप्रीत का जोरदार स्वागत किया गया। पीले रंग के सूट में डेरा सच्चा सौदा के आश्रम में चमचमाती नई फार्च्युनर कार से पहुंची हनीप्रीत का स्वागत के बाद आश्रम में अब डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम की भी वेलकम की तैयारी शुरू हो चुकी है।
हत्या और बलात्कार के आरोपी गुरमीत राम रहीम अभी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है और कुछ दिन पूर्व राम रहीम ने जेल अधीक्षक को 42 दिन की पैरोल की अर्जी दाखिल की थी और अधीक्षक ने राम रहीम के अच्छे चाल-चलन को देखते हुए उनके पक्ष में रिपोर्ट भी दे दी है। इसलिए माना जा रहा है कि हनीप्रीत के बाद अब आश्रम में गुरमीत राम रहीम के वेलकम की भी तैयारी शुरू हो चुकी है।
वैसे, अगस्त, 2019 को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने गुरमीत राम रहीम की पत्नी हरजीत कौर की ओर दायर पैरोल की याचिका को एक बार रद्द कर चुकी है। पत्नी हरजीत कौर ने 85 वर्षीय डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर के इलाज के लिए पैरोल की याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने यह कहकर रद्द कर दिया था कि पत्नी किस हैसियत से याचिका दाखिल कर रही है जबकि राम रहीम ने खुद याचिका दाखिल क्यों नहीं की?
गौरतलब है 18 जून, 2019 को गुरमीत राम रहीम की ओर से पैरोल की अर्जी दाखिल की गई थी, जिसके बाद सुनारिया जेल अधीक्षक ने सिरसा जेल प्रशासन को राम रहीम के पैरोल की छुट्टी के लिए पत्र लिखा था। सिरसा सेंट्रल जेल प्रशासन को लिखे पत्र में जेल में गुरमीत राम रहीम के व्यवहार और जेल नियमों का उल्लंघन नहीं करने की बिना पर पैरोल देने की वकालत की गई थी।
हालांकि हरियाणा विधानसभा चुनाव के चलते राम रहीम की पैरोल पर रिहाई अटक गई थी, लेकिन अब चूंकि चुनाव संपन्न हो चुका है तो संभावना जताई जा रही है कि राम रहीम पैरोल याचिका पर सुनवाई हो सकती हैं। यह इसलिए भी अधिक संभव है, क्योंकि तात्कालीन हरियाणा सरकार के मंत्री केएल पंवार ने भी राम रहीम के पैरोल की वकालत करते हुए कहा था कि अगर किसी दोषी का जेल में अच्छा आचरण होता है, तो जेल प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर अंतिम फैसला लेते हैं।
इधर जमानत पर रिहाई के बाद हनीप्रीत आश्रम पहुंच चुकी हैं और उधर राम रहीम भी पैरोल लेकर आश्रम पहुंच जाए तो आश्चर्य का विषय नहीं होगा। जेल अधिकारियों के मुताबिक जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने हरियाणा के सिरसा में अपने खेतों में खेती करने के लिए पैरोल मांगी है। हालांकि पैरोल की अर्जी पर सुनारिया जेल अधीक्षक के पत्र मिलने के बाद अधिकारियों ने डेरा प्रमुख के जमीनों की तहकीकात शुरू कर दी थी, जिस पर खेती के लिए राम रहीम ने पैरोल की अर्जी दी है।
बलात्कार के दो मामलों और पत्रकार की हत्या में दोषी ठहराए गए 51 वर्षीय गुरमीत राम रहीम 2 वर्ष से अधिक समय से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है जबकि राजदार हनीप्रीत 2 साल 1 महीने 2 दिन के बाद जेल से रिहा होकर आश्रम पहुंच चुकी हैं, जिनके खिलाफ चल रहे राजद्रोह के आरोपों कोर्ट ने इसलिए हटा दिया, क्योंकि हरियाणा पुलिस आरोप साबित नहीं कर सकी थी।
हालांकि जब तक खुद गुरमीत राम रहीम पैरोल पर रिहाकर आश्रम नहीं पहुंचते हैं तब तक हनीप्रीत आश्रम की गद्दी संभाल सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा गुरमीत राम रहीम की दत्तक पुत्री हैं तो उनकी अनुपस्थिति में हनीप्रीत ही डेरा सच्चा सौदा की गद्दी पर बैठने का कानून अधिकार रखती है।
कहा जाता है कि 2009 में गुरमीत राम रहीम ने हनीप्रीत को गोद लिया था, जिन्हें उनका राजदार और हमसाया भी माना जाता है। हनीप्री डेरे के हर कार्यक्रम, फिल्मों के प्रमोशन में राम रहीम के साथ खड़ी होती थीं, जिन्हें 25 अगस्त 2017 को राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद पंचकुला में हुए हिंसा के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया था।
उल्लेखनीय है पंचकुला हिंसा में कुल 36 लोगों की जान गई थी। हिंसा की साजिश के साथ ही हनीप्रीति के साथ ही 15 अन्य लोगों पर राजद्रोह जैसे संगीन आरोप लगे थे। करीब 38 दिन तक फरार रहने बाद हनीप्रीत पुलिस की गिरफ्त में आई थी और देशद्रोह समेत अन्य धाराओं के तहत कोर्ट में पेश की गई हनीप्रीत को सिरसा जेल भेज दिया गया था।
बुधवार को जमानत पर बाहर हनीप्रीत की रिहाई के बाद आश्रम में हुए जोरदार स्वागत के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि राम रहीम की अनुपस्थित तक हनीप्रीत डेरा सच्चा सौदा का संचालन का कार्य दोबारा शुरू कर सकती है। संभावना जताई जा रही है कि राम रहीम के पैरोल मंजूर होने की खबर कभी भी नमूंदार हो सकती है।
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हनीप्रीत संभालेंगी डेरा सच्चा सौदा आश्र्म की कमान ?
हनीप्रीत की रिहाई के बाद डेरे की संगत भी खुश है। राम रहीम के अनुयायियों का कहना है कि हनीप्रीत की तरह ही राम रहीम भी जेल से रिहा हो जाएंगे। कहा जाता है कि गुरमी राम रहीम अपने परिवार के सदस्यों से ज्यादा हनीप्रीत पर विश्वास करता था। क्योंकि बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तारी के समय हनीप्रीत ही वह शख्स थी, जो हनीप्रीत के साथ-साथ खड़ी थीं।
चमचमाती फॉर्च्यूनर से आश्रम पहुंची हनीप्रीत!
बलात्कार और हत्या के आरोपी गुरमीत राम रहीम के डेरे में हनीप्रीत एक राजकुमारी की तरह रहती थी, जिनका डेरे में सिक्का चलता था। राम रहीम द्वारा निर्मित आधा दर्जन फिल्मों में नजर आईं हनीप्रीत जब सिरसा जेल से बुधवार को रिहा की गईं तो सेंट्रल जेल के बाहर खड़ी चमचमाती फॉर्च्यूनर कार पर सवार होकर हनीप्रीति आश्रम की ओर रवाना हुईं थी। आश्रम पहुंचने पर हनीप्रीत का जोरदार स्वागत किया गया। कहते हैं कि राम रहीम के बाद डेरे का दूसरा दावेदार हनीप्रीत ही हैं, जिन्हें पापा की परी यानी गुरमीत राम रहीम की बेटी का दर्जा हासिल है।
हनीप्रीत के आश्रम पहुंचने से बढ़ी डेरे की रौनक
पीली ड्रेस में डेरा सच्चा सौदा के आश्रम में पहुंची हनीप्रीत के डेरे में पहुंचते ही रौनक वापस लौट आई है और अगर हनीप्रीत डेरे की कमान संभालती है तो उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती डेरे में भक्तों की रौनक लौटाने की रहेगी। पुलिस के कड़े पहरे में बुधवार शाम 7 बजे सिरसा सेंट्रल जेल से रिहा हुईं हनीप्रीत हालांकि मीडिया की नजरों से बचते हुए आश्रम पहुंची। इसके बाद हनीप्रीत पुलिस के कड़े पहरे के बीच अपने भाई और बहन के साथ भटिंडा रवाना हो गई।
हनीप्रीत के पूर्व पति ने लगाए थे संगीन आरोप
बाबा राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने बाबा और हनीप्रीत के रिश्तों को लेकर संगीन आरोप लगाए थे। विश्वास गुप्ता ने कहा था कि बाबा राम रहीम दुनिया के सामने हनीप्रीत को अपनी बेटी मानता था, जबकि वह उससे शादी कर चुका था। विश्वास गुप्ता टीवी चैनल पर बाबा के 'बिग बॉस गेम' का खुलासा भी किया था। बाबा राम रहीम सलमान खान की तरह डेरे में बिग बॉस का गेम चलाता था और इस गेम के बहाने हनीप्रीत से अपनी नजदीकियां बढ़ाता था।