पापा अमिताभ ने बेटी श्वेता संग शेयर की खूबसूरत तस्वीर, खास अंदाज में किया Daughter's Day विश
नई दिल्ली। आज पूरी दुनिया 'डॉटर्स डे' मना रही है, आम से लेकर खास लोग इस दिन को अपने हिसाब से सेलिब्रेट कर रहे है, इसी क्रम में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने भी अपनी लाडली बेटी श्वेता के साथ अपनी दो तस्वीर शेयर की है और उन्हें 'डाटर्स डे' विश किया है, अमिताभ की ये तस्वीर इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोग इस तस्वीर की बहुत तारीफ कर रहे हैं।
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अमिताभ ने बेटी श्वेता संग शेयर की तस्वीर
आपको बता दें कि हर पिता की तरह अमिताभ भी अपनी बेटी के काफी करीब हैं, वो उनके पापा ही नहीं बल्कि बहुत अच्छे दोस्त भी हैं, उनकी तस्वीरों से आप इस बात का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। मालूम हो कि साल 2018 में अमिताभ अपनी बेटी के साथ पहली बार एक विज्ञापन में नजर आए थे, जो कि उस वक्त काफी चर्चा का विषय बना हुआ था, कल्याण ज्वैलर्स के उस एड में भी पिता-पुत्री की खूबसूरत बॉडिंग देखी गई थी और लोगों ने उस विज्ञापन को काफी पसंद किया था।
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जब अमिताभ ने कहा-मेरे लिए भावुक क्षण है..
उस एड वीडियो को भी खुद अमिताभ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था। शेयर करते हुए बच्चन ने लिखा था कि मेरे लिए भावुक क्षण है...जब भी मैं इसे देख रहा हूं आंखों में पानी भर जा रहा है, बेटियां सबसे बेस्ट हैं, वो बहुत प्यारी होती हैं।
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सितंबर महीने के चौथे रविवार को 'बेटी दिवस' मनाया जाता है...
आपको बता दें कि बेटियों के सम्मान में हर साल सितंबर महीने के चौथे रविवार को 'बेटी दिवस' मनाया जाता है। बेटियों के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने के लिए इस दिन माता-पिता उन्हें तोहफे देते हैं और बेटियों की ख्वाहिशों को भी पूरा करते हैं। हालांकि इस बार कोरोना महामारी के कारण ये दिन पहले की तरह धूमधाम से नहीं मनाया गया है लेकिन घरों और सोशल मीडिया पर लोग अपने-अपने अंदाज में इस दिन को सेलिब्रेट कर रहे हैं।
'बेटे घर के दीपक हैं तो बेटियां घर की रोशनी'
मालूम हो कि बेटियों को प्यार जताने और उन्हें सम्मान देने के लिए बेटी दिवस मनाया जाता है, भारत में 'बेटी दिवस' मनाने के पीछे लोगों को बेटी के लिए लोगों को जागरुक करना है, बेटी को ना पढ़ाना, उन्हें जन्म से पहले मारना, घरेलू हिंसा, दहेज और दुष्कर्म से बेटियों को बचाने के लिए और भारतीयों को जागरुक करने के लिए इस दिन को यहां मनाया जाता है, लोगों को इस दिन के जरिए ये बताने की कोशिश की जाती है बेटियां बोझ नहीं बल्कि खुशियां होती है, अगर बेटे घर के दीपक हैं तो बेटियां घर की रोशनी होती हैं।