'आधार' की फ्रेंचाइजी के लिए UIDAI के एडीजी ने मांगी 1 लाख रिश्वत, गिरफ्तार
नई दिल्ली। ''आधार'' जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने मंगलवार को दिल्ली में अपने क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात एक सहायक महानिदेशक पंकज गोयल को तत्काल प्रभाव से भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के चलते निलंबित कर दिया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पंकज गोयल को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए नयी दिल्ली में पकड़ा गया था।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, यूआईडीएआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, जांच प्रकिया के दौरान पंकज गोयल का मुख्यालय नई दिल्ली होगा और वह बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। यूआईडीएआई के सहायक महानिदेशक पंकज गोयल को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों नई दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय से गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक बी.एल. सोनी ने यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया किएसीबी के कोटा कार्यालय में परिवादी ने शिकायत कि उसने आधार पहचान पत्र बनाने की फ्रेंचाइजी के लिए कई बार आवेदन किया था, लेकिन उसे फ्रेंचाइजी नहीं मिली। नई दिल्ली में स्थित यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय में सहायक महानिदेशक पंकज गोयल से उसने सम्पर्क किया। गोयल ने फ्रेन्चाइजी आवंटित करने के बदले में मोटी रिश्वत की डिमांड की। उल्लेखनीय है कि पंकज गोयल 5 राज्यों में आधार पहचान पत्र का कार्य देख रहे हैं।
जिसके बाद ब्यूरो के दल ने दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय में जाल बिछाकर भारत सरकार के यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत सहायक महानिदेशक (एडीजी) पंकज गोयल को एक लाख रुपए की कथित रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पंकज गोयल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
कोरोना के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल हो सकता है बंद