पंचायत की बैठक में दलित महिला को जमीन पर बैठाया, वीडियो वायरल होने के बाद FIR
नई दिल्ली: जाति-धर्म के भेदभाव को मिटाने के लिए सरकार तमाम जागरुकता अभियान चला रही है, लेकिन कई इलाके ऐसे भी हैं, जहां इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। साथ ही वहां पर जाति के आधार पर अभी भी भेदभाव हो रहा है। ताजा मामला तमिलानाडु के कुड्डलोर से सामने आया है, जहां पर एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सबको बैठने के लिए कुर्सी मिली, बस एक महिला को छोड़कर। महिला का गुनाह इतना था कि वो दलित थी।
जानकारी के मुताबिक किसी मुद्दे पर पंचायत अध्यक्ष ने एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में बकायदा सबके लिए कुर्सी की व्यवस्था की गई। बैठक शुरू होते ही सब तो कुर्सी पर बैठ गए लेकिन एक दलित महिला को जमीन पर बैठाया गया। इसी बीच किसी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
शिकायत दर्ज करवाने वाली सीपीएम के मुताबिक बैठक में कई कुर्सियां खाली थीं, इसके बाद भी पंचायत अध्यक्ष ने उन्हें नीचे बैठने को कहा। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। आपको बता दें कि जाति के आधार पर किसी भी शख्स के साथ भेदभाव करना अपराध की श्रेणी में आता है। अगर किसी शख्स की गिरफ्तारी SC/ST एक्ट के तहत होती है, तो उसे अग्रिम जमानत नहीं मिलती है, हालांकि कोर्ट के पास ये अधिकार है कि वो FIR को रद्दा कर सकता है।