जैश के मदरसे पर एयर स्ट्राइक के बाद छात्रों को कहां ले गई थी पाक फौज, हुआ खुलासा
वायुसेना ने जैश के जिस मदरसे को निशाना बनाया, उसके एक छात्र के रिश्तेदार ने एयर स्ट्राइक को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
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नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर जहां देश के सियासी दलों के बीच घमासान छिड़ा हुआ है, तो वहीं इस एयर स्ट्राइक को लेकर अब एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल वायुसेना ने जैश के जिस मदरसे को अपने हवाई हमले में निशाना बनाया था, उसके एक छात्र के रिश्तेदार ने एयर स्ट्राइक को लेकर बड़ा खुलासा किया है। छात्र के इस रिश्तेदार ने बताया है कि भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के कुछ ही देर बाद वहां पाकिस्तानी सेना आई और मदरसे के छात्रों को वहां से निकालकर एक सुरक्षित जगह पर ले गई।
स्ट्राइक के कुछ ही देर बाद आए पाकिस्तानी सैनिक
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एयर स्ट्राइक के वक्त जैश-ए-मोहम्मद के मदरसे में मौजूद एक छात्र के रिश्तेदार ने बताया, 'बीती 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जब भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की, तो उसके कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सैनिक वहां आए और मदरसे से छात्रों को निकालकर एक सुरक्षित जगह पर ले गए। इसके बाद इन छात्रों को उनके घर भेजने से पहले कुछ दिनों के लिए यहीं पर रखा गया।' बालाकोट इलाके में जाभा टॉप नामक ऊंची पहाड़ी पर स्थित 'तालीम-उल-कुरान' मदरसा जैश-ए-मोहम्मद का एक बड़ा और प्रमुख मदरसा है। एयर स्ट्राइक के वक्त भारतीय लड़ाकू विमानों ने इसी मदरसे को निशाना बनाया था। अब पहली बार इस मदरसे से प्रत्यक्षदर्शी के तौर पर किसी का बयान सामने आया है।
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एक हफ्ते से मदरसे की सुरक्षा कर रही थी सेना
मदरसे के छात्र के रिश्तेदार के मुताबिक, 'अपने परिवार के सदस्यों को छात्र ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिक पिछले करीब एक हफ्ते से भी ज्याद समय से उनके मदरसे की सुरक्षा कर रहे थे। 26 फरवरी को वो अपने दूसरे साथियों के साथ एक कमरे में गहरी नींद में सोया हुआ था। रात के अंधेरे में अचानक एक बड़ा धमाका हुआ और उनकी नींद खुल गई। धमाके की आवाज कहीं दूर से नहीं, बल्कि बेहद पास से सुनाई दी थी। मदरसे के सभी छात्र अचानक हड़बड़ाकर उठे लेकिन उन्हें दोबारा कोई आवाज सुनाई नहीं दी। मदरसे के छात्रों को लगा कि ये उनका वहम होगा या फिर कोई भूकंप का झटका लगा होगा। दोबारा जब कोई आवाज सुनाई नहीं दी तो मदरसे के छात्र फिर से सोने चले गए।'
मदरसे में मौजूद बाकी लोगों को क्या हुआ?
छात्र के हवाले से रिश्तेदार ने बताया, 'इसके बाद जब दूसरी बार मदरसे के छात्रों की नींद खुली तो वहां पाकिस्तानी सैनिक आ चुके थे और उनसे मदरसा खाली करने के लिए कह रहे थे। ठीक से वक्त तो याद नहीं, लेकिन वो फज्र की नमाज (सुबह की नमाज) से ठीक पहले या उसके आस-पास का वक्त होगा। पाकिस्तानी फौजी उनको वहां से किसी और जगह ले गए। पता नहीं वो कौन सी जगह थी, लेकिन उन्हें वहां अगले 2-3 दिनों के लिए रखा गया। मदरसे के अंदर काफी लोग थे लेकिन पाकिस्तानी सैनिक सभी को उस सुरक्षित जगह पर लेकर नहीं गए। पाकिस्तानी सैनिक केवल हमारे रिश्तेदार छात्र और उसी की उम्र के कुछ और छात्रों को वहां से उस सुरक्षित जगह पर लेकर गए। उसे नहीं पता कि मदरसे में मौजूद बाकी लोगों को क्या हुआ और धमाका कहां हुआ था।'
'फिर से मदरसे में वापस लौटना चाहता है छात्र'
छात्र के इस रिश्तेदार ने आगे कहा, 'अपने परिवार के लोगों को छात्र ने बताया कि हवाई हमले से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सैनिक इस मदरसे की सुरक्षा के लिए तैनात हुए थे। उसने बताया कि मदरसे की कुछ तस्वीरें लीक हो गईं थी, जिसके बाद मदरसे को सुरक्षा देने के लिए वहां फौजी आए। छात्रों को दो से तीन दिन तक उस सुरक्षित जगह पर रखने के बाद सेना ने उनसे अपने-अपने घर जाने के लिए कह दिया। वो फिर से मदरसे में जाने के लिए अड़ा हुआ है। परिवार के लोग उससे शादी करके घर पर ही रुकने के लिए कह रहे हैं, लेकिन वो कहता है कि उसे वापस मदरसे में ही जाना है।' आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बीते 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक के बाद सीमा पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
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