PM मोदी की अमेरिका यात्रा के लिए एयरस्पेस नहीं देगा पाकिस्तान, भारत का अनुरोध ठुकराया
नई दिल्ली- पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के लिए अपना एयरस्पेस देने से मना कर दिया है। इससे पहले भारत ने पिछले हफ्ते पीएम मोदी की यूएस यात्रा के लिए उससे एयरस्पेस देने का औपचारिक अनुरोध किया था। गौरतलब है कि इसी महीने पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की स्पेशल फ्लाइट के लिए भी अपना एयरस्पेस खोलने से मना कर दिया था। भारत की ओर से कहा गया है कि पीएम मोदी की वीवीआईपी फ्लाइट एयर इंडिया वन के लिए पाकिस्तान को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत ही अनुरोध किया गया था, लेकिन पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस के उपयोग की अनुमति नहीं दी है। अब प्रधानमंत्री को अमेरिका जाने के लिए ज्यादा लंबा रूट लेना पड़ेगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी अगले हफ्ते यूएन जनरल असेंबली (यूएनजीएस) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
पीएम मोदी के विमान को अपने ऊपर से नहीं गुजरने देगा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के लिए उसके एयरस्पेस के इस्तेमाल करने के भारत के अनुरोध को खारिज कर दिया है। टीओआई की खबर के मुताबिक अधिकारियों ने बताया है कि भारतीय प्रधानमंत्री की वीवीआईपी फ्लाइट के लिए ये अनुरोध निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत उचित प्रावधानों के तहत दिया गया था। क्योंकि, पीएम मोदी का विशेष विमान एयर इंडिया वन एक कॉमर्शियल फ्लाइट न होकर एक वीआईपी विमान है। पाकिस्तान की ओर से भारत के अनुरोध ठुकराए जाने के बाद अब पीएम मोदी के विशेष विमान एयर इंडिया वन को थोड़ा लंबा रूट यानि दिल्ली-फ्रैंकफर्ट का रास्ता लेना पड़ सकता है, जिससे उनकी यात्रा में लगने वाला समय 45 से 55 मिनट तक बढ़ सकता है। अब इस विमान को ह्यूस्टन की ओर जाने के लिए फ्रैंकफर्ट में इंधन लेने के लिए भी उतरना पड़ सकता है।
जून में भी ज्यादा लंबा लूट लेकर बिश्केक गए थे पीएम
गौरतलब है कि पिछले 27 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था, जिसे वह 138 दिनों बाद खुद ही मजबूर होकर 16 जुलाई को फिर से खोल दिया था। उस दौरान दिल्ली से पश्चिमी देशों की ओर जाने वाले सभी विमानों को लंबा रूट लेना पड़ रहा था। तब लंबे रूट के चलते जून के महीने में पीएम मोदी के विशेष विमान को दिल्ली से बिश्केक तक के लिए 5,475 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी थी, जिसमें 6 घंटे 30 मिनट लगे थे। जबकि, अगर सीधे पाकिस्तान के रास्ते जाते तो सिर्फ 2,585 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती, जिसमें 3 घंटे और 45 मिनट ही लगते।
राष्ट्रपति कोविंद को भी किया था इनकार
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यूरोप यात्रा के दौरान भी भारत के ऐसे ही आग्रह को भी ठुकरा दिया था। तब पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने अपनी पीठ यह कहकर थपथपाई थी कि बहुत हो गया, पीएम मोदी की फ्लाइट को तो सद्भावना के तौर पर एकबार इजाजत दे दी गई थी, लेकिन अब नहीं देंगे। हालांकि पिछले महीने ही पीएम मोदी ने फ्रांस, यूएई और बहरीन की यात्रा से लौटते वक्त पाकिस्तानी एयरस्पेस का ही प्रयोग किया था। दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तब भारत को परमाणु हमले और जंग की धमकी दे रहे थे और उसी समय पीएम मोदी का विमान पाकिस्तान की धमकियों को नजरअंदाज करके उसके ही एयरस्पेस का इस्तेमाल करके स्वदेश लौटा था।
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