1965 की जंग में अदनान सामी के पिता ने भारत पर बरसाये थे बम
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। अब जब देश पाकिस्तान से 1965 की जंग में फतेह के 50 साल का जश्न मना रहा है, तब भारत पाकिस्तान की तरफ से उस जंग में भाग लेने वाले शख्स फ्लाइट लेफ्टिनेंट अरशद सामी खान के पुत्र को अपने यहां दीर्घकालिक स्तर पर रहने की अनुमति दे रहा है।
बात हो रही है अदनान सामी की। उसे बीते कुछ समय पहले मोदी सरकार ने बेमुद्दत भारत में रहने की अनुमति दे दी। रक्षा मामलों के जानकार कहते हैं कि क्या पाकिस्तान किसी भारतीय को अपनी नागरिकता देगा जिसके पिता ने उस पर बम बरसाए होंगे।
लिया था जंग में भाग
1965 और 1971 की जंग के नायक अदनान सामी के पिता फ्लाइट लेफ्टिनेंट अरशद सामी खान को पाकिस्तान अपने सबसे बड़े योद्धाओं के रूप में देखता है। उन्होंने 1965 और 1971 की जंग में भाग लिया था।
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आते थे भारत
अरशद सामी खान भारत लगातार आते थे। उनकीकिताब का विमोचन 2008 में राजधानी के इंडिया हैबिटाट सेंटर में हुआ था। उसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री आई.के.गुजराल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सरीखे बहुत से नामवर लोग मौजूद थे।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट अरशद सामी खान का कुछ साल पहले मुंबई के कोकिलाबहन अस्पताल में निधन हुआ था। वे तब इलाज के लिए अदनान के पास ही थे। वे पाकिस्तान के कई देशों में राजदूत भी रहे। बता दें कि अदनान सामी का जन्म लन्दन में हुआ था। उन्होंने शास्त्रीय संगीत की भी ट्रेनिंग ली है।