Exclusive: यासीन मलिक को हाई सैलरी देता है ISI, पर कितनी?
श्रीनगर। खबर के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि यासीन मलिक और हाफिज सईद के बीच हुई फोन कॉल में क्या बातचीत हुई। जरा सोचिये इतनी लंबी कॉल क्या पाकिस्तान ऐसे ही कर रहा है, क्या यासीन मलिक ऐसे ही पाकिस्तान का साथ दे रहा है? नहीं। यह सब पैसे का खेल है और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई यासीन मलिक को 45 लाख रुपए प्रति माह की सैलरी देती है। और लश्कर अगर जम्मू-कश्मीर चुनावों में खलल डालने में सफल हो गया तो यह सैलरी डेढ़ गुनी हो जायेगी।
मलिक की सीटीसी यानी कॉस्ट टू कंपनी
वनइंडिया से विशेष बातचीत में इंटेलीजेंस ब्यूरो के अधिकारी ने बताया कि यासीन मलिक वह व्यक्ति है जिसे आईएसआई सबसे ज्यादा सैलरी देता है। वह आईएसआई में ऑन रोल यानी परमानेंट कर्मचारी है उसकी वर्तमान सैलरी 45 लाख रुपए प्रति माह है।
यासीन मलिक अपनी सैलरी दो इंस्टॉलमेंट में प्राप्त करता है। दोनो इंस्टॉलमेंट नेपाल से होते हुए उसके पास पहुंचते हैं। नेपाल में मौजूद आईएसआई के एजेंट इस सैलरी की डिलीवरी करते हैं वो भी कैश में। सैलरी डिलीवरी करने वाला व्यक्ति सीधे यासीन मलिक के हाथ में वेतन देता है वो भी हर 15 दिन पर। इस पैसे से ही यासीन मलिक राजाओं की तरह रहता है। इसी पैसे से मलिक ने तमाम सारे सेबों के बाग, बंगले, गाड़ी, आदि खरीदे हैं और अपने संगठन को भी वो इसी से चला रहा है।
आईबी के अधिकारी ने बताया कि इसमें कोई शक नहीं कि यह पैसा हिंदुस्तान के खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है और यासीन मलिक इतनी अधिक सैलरी के ऐवेज में कैसे पाकिस्तान को खुश रखने के प्रयास करता है, यह उसी वाक्ये में साफ हो गया, जब कश्मीर बाढ़ के दौरान भारतीय सैनिकों ने बचाया। उस दौरान सेना का अहसान मानने के बजाये मलिक ने जवानों के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। यह सब उसने आईएसआई को दिखाने के लिये ही किया था।
क्या ऐक्शन लिया सरकार ने
हम आपको बताना चाहेंगे कि यासीन मलिक और हाफिज़ सईद के बीच आये दिन फोन पर बात होती है। इस फोनकॉल के ट्रेस होने के बाद सरकार ने घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी है। सरहदों पर पहरा व गश्त में इजाफा कर दिया गया है। भाजपा की रैलियां होने वाली हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित करेंगे, उन रैलियों की सुरक्षा चाक चौबंद रहे, इस काम में सुरक्षा एजेंसियां व आईबी और अन्य यूनिट लग चुकी हैं।
हाफिज़ सईद की यह धमकी ग्रेड- ए की है
इंटेलीजेंस ब्यूरो ने हाफिज सईद की इस कॉल को भारत के लिये बड़ी धमकी करार दिया है और यह ग्रेड ए की धमकी मारी जा रही है। पता चला है कि तीन दिन पहले सईद ने पीओके में आतंकियों के एक समूह के साथ बैठकें की हैं। उन बैठकों में कश्मीर चुनावों के दौरान आतंकी हमले करने का प्लान बनाया गया है।