पाकिस्तान: गिलगित-बाल्टिस्तान को अस्थाई प्रांत का दर्जा देगी इमरान सरकार
नई दिल्ली- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा है कि उनकी सरकार गिलगित-बाल्टिस्तान को वादे के मुताबिक प्राथमिकता के आधार पर प्रॉविजनल प्रॉविंस का दर्जा देगी। उन्होंने कहा है कि गिलगित-बाल्टिस्तान में जल्द ही एक नई सरकार बनेगी, जिससे क्षेत्र में एक नई व्यवस्था कायम होगी। गौरतलब है कि जब इमरान सरकार ने इलाके में चुनाव की घोषणा की थी, तब भारत ने उसपर सख्त आपत्ति जताई थी और कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान समेत पूरा पीओके जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की तरह ही भारत का अभिन्न हिस्सा है, जिसपर पाकिस्तान ने गैर-कानूनी कब्जा कर रखा है और उसे यह कब्जा छोड़ देना चाहिए।
गिलगित-बाल्टिस्तान में नई कैबिनेट के शपथग्रहण समारोह में इमरान खान ने कहा है कि वह जल्द ही उसे अस्थाई प्रांत का दर्जा देंगे। पाकिस्तान की जियो टीवी ने यह खबर दी है, जिसके मुताबिक इमरान खान ने इलाके में विकास के कार्यों को लेकर अपनी योजनाएं भी विस्तार से बताई हैं। वह आधिकारिक दौरे पर गिलगित-बाल्टिस्तान पहुंचे थे। इस मौके पर इमरान ने मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद और उनकी कैबिनेट को जनता की सेवा के लिए कठिन समय में कार्यभाल संभालने के लिए बधाई दी है। इमरान बोले, 'मैं आपके इलाके को जानता हूं। आपकी समस्याओं को जानता हूं।........गिलगित में किस तरह के प्रोजेक्ट की आवश्यकता है आप लोग हम से ज्यादा जानते हैं।' उन्होंने कहा कि उनकी पीटीआई सरकार एहसास कार्यक्रम शुरू करने पर भी काम कर रही है।
इमरान ने इलाके के लोगों के लिए एक यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस का भी वादा किया है, जिसके जरिए लोग किसी भी अस्पताल में 10 लाख पाकिस्तानी रुपये तक का इलाज करवा सकेंगे। गौरतलब है कि चुनाव से ठीक पहले जब पाकिस्तानी पीएम गिलगित पहुंचे थे, तभी उन्होंने गिलगित-बाल्टिस्तान को अस्थाई तौर पर प्रांत का दर्जा दिए जाने का वादा किया था।
हालांकि, गिलगित-बाल्टिस्तान में इमरान सरकार ने चुनाव किस कदर करवाया है, इसकी झलक पिछले गुरुवार को देखने को मिली थी जब वहां विधानसभा चुनाव में भारी धांधली के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हुए थे। लोग वहां भारी तादाद में सड़कों पर उतर आए थे और इमरान खान की पीटीआई पार्टी पर चुनाव में धांधली करके अधिकतर सीटें जीत लेने का आरोप लगाया था।
इमरान की पार्टी ने 2020 के गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव में विधानसभा की 23 सीटों में से बहुमत की सीटें जीती हैं। वहां पर तीसरी बार विधानसभा का चुनाव बीते 15 नवंबर को कड़ी सुरक्षा इंतजामों के बीच करवाया गया है। पाकिस्तान सरकार ने वहां पर इस चुनाव के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान से 15,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए थे।
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