पाकिस्तान न करता भारतीय पायलट की मदद तो हो सकता था बड़ा हादसा, विमान में 150 यात्री कर रहे थे सफर
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के कुछ दिनों में तनाव के हालात बढ़ गए हैं लेकिन जब मानवीयता स्तर पर मदद की बात आती है तो दोनों ही देश एक दूसरे की सहायता करने के लिए आगे रहते हैं। ऐसा ही एक वाक्या तब देखने को मिला जब एक भारतीय विमान खराब मौसम के चलते पाकिस्तान के आसमान में मुश्किल में पड़ गया। उस समय अगर पाकिस्तान नागर विमानन प्रधिकरण के एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने भारतीय पायलट की मदद न की होती तो शायद बड़ा हादसा हो सकता था।
जयपुर से मस्कट जा रहा था विमान
दरअसल, जयपुर से ओमान की राजधानी मस्कट के लिए एक भारतीय विमान ने गुरुवार को उड़ान भरी। ओमान एयरलाइन की उड़ान संख्या 276 में उस दौरान 150 यात्री सवार थे। जैसे ही वह पाकिस्तान के कराची क्षेत्र के ऊपर पहुंचा तो आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया। इससे विमान अचानक 36 हजार फीट की ऊंचाई से 34 हजार फीट की ऊंचाई पर आ गया। पायलट ने तुरंत आपात प्रोटोकॉल जारी किया और पास के स्टेशनों से मदद मांगी। पायलट के खतरे की सूचना मिलते ही पाकिस्तान एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने पायलट के जवाब दिया।
पाकिस्तानी एयरस्पेस में दिया रास्ता
मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के एटीसी में भारतीय विमान के पायलट से संपर्क साधा और पाकिस्तानी एयरस्पेस से बाहर जाने तक लगाताल उसके संपर्क में रहा। इस दौरान ट्रैफिक कंट्रोलर पायलट को रूट की जानकारी देता रहा और अन्य विमानों को दूर रखते हुए सुरक्षित आगे के रास्ते पर भेजा। बताया जा रहा है कि अगर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने समय पर मदद न की होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
PAK ने बंद किया एयरस्पेस
गौरतलब है कि, बीते कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में खटास आई है। पाकिस्तान सरकार ने भारत से आने वाले विमानों को अपने एयरस्पेस में उड़ान की बहुत सीमित अनुमति दी हुई है। बालाकोट हवाई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपना एयरस्पेस बंद कर लिया था। यहां तक की पाकिस्तान की सरकार ने भारत के पीएम मोदी और राष्ट्रपति के विमानों को भी अपना एयरस्पेस इस्तमाल करने से मना कर दिया था।