PoK:पाकिस्तान ने चीन को दिया यूरेनियम खनन का ठेका, परमाणु हथियारों के लिए हो सकता है इस्तेमाल
नई दिल्ली- चीन ने अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में प्राकृतिक संसाधनों के अवैध उत्खनन का काम शुरू कर दिया है। दरअसल, ड्रैगन को ऐसा करने की छूट शी जिनपिंग की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना सरकार के दोस्त इमरान खान सरकार ने दिया है। भारत के लिए यह दो मोर्चे पर नुकसान और खतरे वाली बात है। एक तो पीओके भारत का हिस्सा है, जिसपर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा करके रखा हुआ है और दूसरा कि वहां चाइनीज कंपनियों को जिन धातुओं के खनन का ठेका दिया गया है, उनमें यूरेनियम जैसे पदार्थ भी शामिल हैं, जिनसे परमाणु हथियार भी बनाए जा सकते हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने परमाणु हथियार की पूरी टेक्नोलॉजी ही चोरी करके प्राप्त की हुई है, जिसमें सीधे अथवा परोक्ष रूप से चीन का भी नाम आता रहा है।
पाकिस्तान ने चीन को दिया यूरेनियम खनन का ठेका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने चीनी कंपनियों को गिलगत-बाल्टिस्तान इलाके में खनन करने की खुली छूट दे दी है। ड्रैगन ने पाकिस्तान से यह ठेका दुनिया भर में कानूनी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करके लिया है और यह पाकिस्तान के अपने संविधान के भी खिलाफ है। सिर्फ यही नहीं इमरान सरकार ने इसके अलावा डियामर डिविजन में चीन के साथ एक बहुत बड़ा बांध बनाने के लिए भी अरबों डॉलर का एक करार किया है, जो कानूनी तौर पर भारत का हिस्सा है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने चाइनीज कंपनियों को गिलगित-बाल्टिस्तान में सोना, यूरेनियम और मोलिब्डेनम के अवैध खनन के लिए 2,000 से भी ज्यादा लीज दिए हैं। बता दें कि ऐसा करके इमरान सरकार ने पर्यावरण से जुड़े नियमों की भी धज्जियां उड़ा दी है और विस्तारवादी चीन को अपने फायदे के लिए इन अंतरराष्ट्रीय नियमों को ताक पर रखने से भी कोई गुरेज नहीं है।
गिलगित-बाल्टिस्तान को लूटने में लगे हैं पाकिस्तान और चीन
चीन और पाकिस्तान के बीच चोरी छिपे हुई इस गैर-कानूनी खनन की डील का खुलासा भी नहीं होता अगर गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके के एक निर्वासित नेता और वहां के एक प्रमुख सियासी संगठन यूनाइटेड कश्मीर पीपल्स नेशनल पार्टी के प्रमुख नेता इसे सामने नहीं लाते। अजीज के मुताबिक वे अगले महीने प्राकृतिक संसाधनों की इस लूट की पाकिस्तान की साजिश को जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में पदार्फाश करेंगे। अजीज ने पाकिस्तानी संविधान की धारा-257 का हवाला देते हुए कहा कि उसे गिलगित-बाल्टिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को लूटने का कोई हक नहीं है। अजीज ने आरोप लगाया कि, गिलगित-बाल्टिस्तान की संरचना को ढहाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट नहीं कर सकती। गिलगित-बाल्टिस्तान के लिए जो लोग आवाज उठाते हैं, उन्हें सजा दी जाती है। ऐसी स्थिति में जब कोई किसी करार का विरोध नहीं कर सकता तो शुद्ध संसाधनों को लूटा जा रहा है। पाकिस्तान चीन के हाथों का खिलौना बन चुका है।
जिनपिंग को खुश करने में लगे हैं इमरान
स्विटजलैंड के जेनेवा में रह रहे यूकेपीएमपी के नेता ने कहा कि स्थानीय लोगों से कुछ नहीं पूछा गया है। उनके नजरिए को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। चीन को खुश करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी दिशानिर्देशो को पूरी तरह से ताक पर रख दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र को बताएंगे कि उत्तरी इलाके के गिलगित-बाल्टिस्तान और दिमार में मीडिया को नियंत्रित रखा गया है। इसे पाकिस्तान के अधिकारी मैनेज कर रहे हैं।
पीओके में मनमानी करने में लगा है पाकिस्तान
कुछ ही दिन पहले पाकिस्तानी सेना और चीन की सरकारी कंपनी के बीच डिमायर लैंग्वेज डैम बनाने के लिए 442 अरब रुपये की तीन तरफा साझेदारी हुई है। दरअसल, पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तान के संसाधनों के इस्तेमाल से 45,000 मेगा वॉट बिजली उत्पादन की भी योजना बना रहा है। माना जा रहा है कि यह बिजली पाकिस्तान में इस्तेमाल की जाएगी। कहने के लिए इलाके में लोकल गवर्नमेंट भी है, लेकिन हकीकत में पाकिस्तान के पास ही नियंत्रण है।