बालाकोट से घबराए पाकिस्तान ने पीओके में लश्कर और जैश के आतंकी कैंप्स को किया बंद
नई दिल्ली। लगातार बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव और 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने पीओके में स्थित कुछ आतंकी कैंप्स को पिछले कुछ माह में बंद कर दिया है। सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि पाक ने ने यह कदम तब उठाया है जब भारत की ओर से एक डॉजियर के जरिए लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों के माध्यम से पाक पर दबाव बनाया जा रहा है।
पीओके में थे 11 कैंप्स
भारत की ओर से जानकारी मुहैया कराई गई है उसमें बताया गया है कि पीओके में 11 टेरर कैंप्स संचालित हो रहे थे। पांच-पांच कैंप्स मुजफ्फराबाद और कोटली में थे तो एक कैंप बरनाला में था। इनमें से कुछ कैंप्स लश्कर-ए-तैयबा के थे और कोटली और निकियाल इलाके में थे जो कि राजौरी और सुंदरबनी के ठीक सामने हैं। ये कैंप्स अब बंद हो चुके हैं। वहीं जैश के टेरर कैंप्स पाला और बाग इलाके में चल रहे थे और इन्हें भी बंद कर दिया गया है। एक कैंप कोटली में था। इंटेलीजेंस रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मुजफ्फराबाद और मीरपुर में चल रहे टेरर कैंप्स को भी कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है।
एलओसी पर मौजूद टेरर लॉन्च पैड्स का प्रयोग करके पाकिस्तान अक्सर ही आतंकियों को भारत में भेजता है। इंटेलीजेंस और टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पता लगा है कि आतंकियों को निर्देश दिए गए है कि या तो वे कैंप्स को कुछ समय के लिए बंद कर दें या फिर पूरी तरह से आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाएं। 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स की ओर से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाने के मकसद से हवाई हमले किए गए थे। ये हमले पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थे जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।