फिर पलटा पाकिस्तान, कहा- पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद का कोई हाथ नहीं
नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैश ने एक बार फिर आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का बचाव करत हुए कहा है पुलवामा आतंकी हमले के लिए यह जिम्मेदारा नहीं है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिल पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के कुछ देर बाद ही जैश ए मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है।
सूबत मुहैया कराए, एक्शन लिया जाएगा
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कुरैशी ने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच संकट खत्म नहीं होगा जब तक पाकिस्तान ने हमले के बारे में जो कहा है उसे भारत सुने। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर तभी एक्शन लेगा जब भारत उन्हें सबूत मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि हम सहयोग करने के लिए तैयार हैं, चलो बैठो और बात करो, यहीं एकमात्र समझदारी भरा तरीका है। कुरैशी ने कहा दोनों देशों के पास परमाणु शक्तियां हैं, ऐसे में क्या वे युद्ध में जाने का जोखिम उठा सकते हैं।
पाकिस्तान की नई सरकार के पास नई मानसिकता और नया दृष्टिकोण है
इस इंटरव्यू में जब कुरैशी से पुलवामा में हुए आतंकी हमले और उसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के लेने को लेकर सवाल किया गया तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि उसने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इमरान खान के नेतृत्व वाली नई सरकार के पास एक नई मानसिकता, एक नया दृष्टिकोण है। उन्होंने आगे कहा, हम भारत सहित किसी के भी खिलाफ आतंकवादी गतिविधि के लिए पाकिस्तानी मिट्टी का इस्तेमाल किसी भी समूह या संगठन द्वारा नहीं होने देंगे।
भारत के इस दावे को किया खारिज
इसके अलावा कुरैशी ने भारतीय वायु सेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयर स्ट्राइक में जैश के आतंकी शिविरों में 350 आतंकवादियों को मार गिराने के भारत के दावे को भी खारिज कर दिया। जेएम प्रमुख मसूद अजहर की गिरफ्तारी पर सवाल का जवाब देते हुए कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या संगठनों के खिलाफ सबूत चाहता है ताकि वह कानून की अदालत में खड़ा हो सके और कानूनी प्रक्रिया के बाद कार्रवाई कर सके। पाकिस्तानी मंत्री का साक्षात्कार एक ऐसे दिन में आयोजित किया गया था जब पूरा देश वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के आने का इंतजार कर रहा था, जिन्हें 27 फरवरी को जवाबी कार्रवाई के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों ने पकड़ लिया था।