अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की साजिश, पाक आर्मी की लैंडमाइन और राइफल बरामद
श्रीनगर: पाकिस्तान आर्मी समर्थित आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान हमले की साजिश कर रहे हैं। खुफिया रिपोर्टों में इस बात की पुष्टि हुई है। सेना ने शुक्रवार को बताया कि अमरनाथ तीर्थयात्रा के मार्ग पर एक बारुदी सुरंग और एस स्नाइपर राइफल बरामद की गई है। ये आतंकी पाक समर्थित हैं और पाकिस्तानी आर्मी भी इस नापाक हरकत में शामिल है।
अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश
लेफ्टिनेंट जरनल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि पिछले तीन चार दिनों में ऐसी खुफिया खबरें मिली कि पाकिस्तान और उसकी आर्मी द्वारा समर्थित आतंकी अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी आधार पर सर्च अभियान चलाया गया। हमें इन खोजों में बड़ी सफलता मिली। भारतीय सेना और पुलिस ने शुक्रवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। राज्य में सैनिकों की बढ़ती उपस्थिति की खबरों के बीच ये प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
पाकिस्तान आर्मी की राइफल मिली
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि पाकिस्तानी सुरंगो और गोला-बारूद सहित पाकिस्तानी सेना की प्रत्यक्ष भागीदारी इसमें पाई गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आयुध फैक्ट्री में बनी बारुदी सुरंग और एक एम24 अमेरिकन स्नाइपर राइफस सेना ने बरामद की है। यात्रा को तीन दिनों के लिए रोक दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि आईईडी और क्रूड बमों से भारी खतरा था। अमरनाथ यात्रा मार्ग में सर्च ऑपरेशन के दौरान ये बम पाए गए। लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा कि अभी भी खोज जारी है। पाकिस्तानी सेना शांति में खलल डालने के लिए बेताब है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। किसी को भी शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
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माताओं बहनों से गुजारिश
लेफ्टिनेंट जरनल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि मेरी सभी माताओं बहनों से गुजारिश है। ध्यान दें कि अगर आपका बच्चा 500 रुपये लेकर पत्थर फेंकता है तो वह कल का आतंकी है। पकड़े या मारे गए आतंकियों में से 83 प्रतिशत ऐसे ही हैं। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि एलओसी पर फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशों को सफलतापूर्वक नाकाम किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर हाई अलर्ट पर
पिछले कुछ समय से राज्य में केंद्रीय अर्धसैनिक और सैनिकों की तैनाती बढ़ी है। केंद्रीय बलों की 100 कंपनियों और 10000 जवानों को उनकी पोस्ट में पहुंचने के आदेश दिए गए हैं। जवानों की तैनाती उस इनपुट के बाद की गई हैं, जिसमें 15 अगस्त को लेकर हाई अलर्ट का ऐलान किया गया था। इसमें कहा गया कि देश में हमले की योजना बना रहे आतंकवादी समूह सक्रिय हैं।