पाकिस्तान के आर्मी ऑफिसर के गायब होने की सजा मिली कुलभूषण जाधव को
पाकिस्तान आर्मी के लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद जहीर पिछले एक हफ्ते से हैं लापता और उनके परिवारवालों को है भारत पर शक। मोहम्मद जहीर किसी काम से नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे थे और तब से गायब।
नई दिल्ली। सोमवार को जब से पाकिस्तान ने इंडियन नेवी के पूर्व ऑफिसर कुलभूषण जाधव को मौत की सजा दी है, तब से ही देश में बहस जारी है। इस बहस के बीच ही आधिकारिक सूत्रों की ओर से कहा जा रहा है कि जाधव की सजा एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। हो सकता है कि पाकिस्तान ने यह फैसला उनके एक लापता ऑफिसर के बारे में भारत से बातचीत करने के मकसद से लिया हो।
परिवार ने लगाया भारत पर आरोप
पाकिस्तान सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद जहीर पिछले एक हफ्ते से गायब हैं। वह पिछले हफ्ते नेपाल की राजधानी काठमांडू किसी काम से पहुंचे और तब से ही गायब हैं। उनके परिवार वालों को शक है कि भारत की एजेंसियों ने उनका अपहरण कर लिया है। भारत का कहना है कि जाधव जासूस नहीं हैं। भारत के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी गलत है और जो भी सुबूत पाकिस्तान की ओर से दिए गए हैं वे पूरी तरह से झूठे हैं। अधिकारियों का कहना है कि जाधव एक बिजनेसमैन है और इंडियन नेवी से रिटायरमेंट के बाद उसने अपना बिजनेस शुरू किया था। पाकिस्तान को शक है की जहीर के गायब होने के पीछे भारत का हाथ है। जाधव को जो सजा सुनाई गई है वह पाकिस्तान की ओर से पहला कदम नजर आ रहा है।
भारत को कोई जानकारी नहीं
एक अधिकारी की मानें तो पाकिस्तान को लगता है कि जहीर को लेकर भारत और ज्यादा खुलासे करेगा और ऐसे में जाधव की सजा इस दिशा में बढ़ाया गया कदम ही नजर आ रहा है। हालांकि इस अधिकारी ने यह भी कहा है कि जहीर के गुमशुदा होने में भारत का कोई रोल नहीं है। जहीर छह अप्रैल को काठमांडू पहुंचा था और यहां पर उसे एक कंपनी ने इंटरव्यू के लिए बुलाया था। वह काठमांडू आया और फिर जावेद अंसारी नामक एक व्यक्ति ने उसे रिसीव किया। तब से ही उसका कुछ अता-पता नहीं है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि जहीर कहां है इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।