करणी सेना के पैनल को पसंद आई 'पद्मावत', कहा- हर क्षत्रिय को देखनी चाहिए ये फिल्म
इतिहासकार आरएस खंगारोत श्री राजपूत सभा द्वारा संचालित एसएमएस कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर हैं और प्रोफेसर बीएल गुप्ता राजस्थान यूनिवर्सिटी में इतिहास विभाग के प्रमुख हैं
नई दिल्ली। करणी सेना के भारी विरोध के बाद रिलीज हुई संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है। रिलीज के पहले दिन 19 करोड़ की कमाई करने के साथ साथ यह फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है। इसी बीच खबर है कि करणी सेना के इतिहासकार पैनल के दो सदस्यों ने फिल्म को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। दोनों इतिहासकारों ने सोमवार को बेंगलुरु में फिल्म देखी थी।
इतिहासकार आरएस खंगारोत और बीएल गुप्ता ने सोमवार को बैंगलुरू में यह फिल्म देखी
राजस्थान के दो प्रमुख इतिहासकार आरएस खंगारोत और बीएल गुप्ता ने सोमवार को बैंगलुरू में यह फिल्म देखी। बताया जा रहा है कि उन्होंने यह फिल्म आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर के कहने पर देखी। जिसके बाद दोनों ही इतिहासकारों ने किसी विवादित चित्रण से इनकार करते हुए बेहतरीन फिल्म करार दिया है। खंगारोत और गुप्ता के अनुसार राजपूती शौर्य और पद्मावत का फिल्म में बेहतरीन तरीके से फिल्मांकन किया गया है। परम्पराओं को समझने के लिए हर क्षत्रिय को यह फिल्म देखनी चाहिए।
'पद्मावत' को इतिहासकारों का ग्रीन सिग्नल
इतिहासकार आरएस खंगारोत श्री राजपूत सभा द्वारा संचालित एसएमएस कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर हैं और प्रोफेसर बीएल गुप्ता राजस्थान यूनिवर्सिटी में इतिहास विभाग के प्रमुख हैं। दोनों ही सेंसर बोर्ड के चेयरमैन की ओर से गठित 6 इतिहासकारों की कमेटी में भी शामिल थे। इन दोनों के अलावा जयपुर के रोशन शर्मा, दिल्ली के कपिल कुमार, मेवाड राजघराने के विश्वराज सिंह, जगमाल सिंह भी इस पैनल में थे।
राजस्थान में नहीं रिलीज हुई है पद्मावत
'पद्मावत' मलिक मुहम्मद जायसी के महाकाव्य पद्मावत पर आधारित फिल्म है। यह फिल्म पिछले सप्ताह 25 जनवरी को रिलीज हुई है। 150 करोड़ के बजट में बनी भंसाली की यह फिल्म राजपूत करणी सेना के विरोध के चलते सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी राजस्थान में अभी तक रिलीज नहीं हुई है।
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