15 हजार बच्चों को जन्म दिलाने वाली पद्मश्री से सम्मानित सुलागिट्टी नरसम्मा का 98 वर्ष की उम्र में निधन
नई दिल्ली। पद्मश्री सुलागिट्टी नरसम्मा का बेंगलुरु में निधन हो गया, वे 98 वर्ष की थी। उन्होंने कर्नाटक के पवागडा तालुक के एक दूरदराज के गांव कृष्णपुरा में 15,000 से अधिक बच्चों को जन्म देने में मदद की थी। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर है। नरसम्मा के इसी अभूतपूर्व योगदान के कारण उन्हें कई बड़े सम्मान भी मिले थे। कर्नाटक के तुमकुर जिले में जन्मी नरसम्मा ने अपने पूरे जीवनकाल में करीब 15 हजार गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया था।
कर्नाटक के पिछड़े इलाकों में नरसम्मा को 'जननी मां' के नाम से संबोधित किया जाता था। इसके अलावा समाजसेवा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए तुमकुर विश्वविद्यालय ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी। सुलागिट्टी नरसम्मा को पूर्व में कर्नाटक की प्रदेश सरकार और तमाम सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित किया गया था।
इसके अलावा 2018 में उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। लगातार सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहने वाली नरसम्मा बीते कुछ दिनों से कर्नाटक स्थित अपने आवास पर रह रही थीं। इसी बीच मंगलवार शाम 98 वर्ष की अवस्था में उनका निधन हो गया। नरसम्मा के निधन के बाद कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी समेत तमाम राजनेताओं ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।