मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को भारी संकट में धकेल दिया है: पी चिदंबरम
नई दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि मौजूदा सरकार अर्थव्यवस्था के मसले पर पूरी तरह तरह नाकाम रही है। चिदंबरम ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार ने विकास दर को दोहरे अंको में पहुंचाना का वादा किया था लेकिन बीते चार साल में वो ऐसा कर पाने में नाकाम हैं। चार साल में एक दफा भी ऐसा नहीं हुआ कि विकास दर दोहरे अंको में पहुंची हो, सरकार इसमें फेल है।
कांग्रेस के सीनियर नेता पी चिंदबरम ने कहा कि अर्थव्यवस्था जिस स्तर पर इस सरकार की नीतियों के चलते पहुंची है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज बड़ी-बड़ी कंपनियां दिवालिया हो रही हैं, जितने प्रोजेक्ट आज फंसे हुए हैं, कभी नहीं फंसे। बैंकों में एनपीए लगातार बढ़ रहा है। आसानी से लोन नहीं मिल रहे हैं, हर तरफ एक भारी संकट साफ नजर आ रहा है।
चिदंबरम लगातार सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं और आर्थिक स्तर पर फेल कह रहे हैं। एक दिन पहले यूपीए सरकार के समय के जीडीपी आंकड़ों को बदलकर दोबारा से जारी करने को लेकर भी चिदंबरम ने कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंने इसको लेकरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली की नीयत पर सवाल खड़े किए।
पी चिदंबरम ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, नीति आयोग के संशोधित जीडीपी आंकड़े एक भद्दा मजाक हैं, बल्कि एक बुरे मजाक से भी बदतर हैं। अब समय आ गया है कि बेकार संस्था नीति आयोग को बंद कर दिया जाए। पहले आंकड़ों की गणना राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग करता था. क्या आयोग को भंग कर दिया गया?
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